
Sydney Bondi Beach Shooting: सिडनी के बॉन्डी बीच पर 14दिसंबर को हुए आतंकी हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 16हो गई है, जबकि 40से ज्यादा लोग घायल हैं। यह हमला एक यहूदी समुदाय के हनुक्का कार्यक्रम पर हुआ था, जिसे ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने आतंकी घटना घोषित किया है। हमलावरों की पहचान पाकिस्तानी मूल के बाप-बेटे साजिद अकरम और नवेद अकरम के रूप में हुई है, जो कथित तौर पर वीकेंड मनाने के बहाने घर से निकले थे। जांच में ISIS के झंडे मिलने से पाकिस्तानी कनेक्शन की पुष्टि हुई है, जो वैश्विक आतंकवाद की चिंता बढ़ा रहा है।
सिडनी बॉन्डी बीच पर खूनी खेल
दरअसल, यह घटना रविवार शाम को बॉन्डी बीच पर हुई, जहां सैकड़ों लोग हनुक्का का जश्न मना रहे थे। जानकारी के अनुसार, दो हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिससे मौके पर ही कई लोगों की मौत हो गई। शुरुआती रिपोर्ट्स में मृतकों की संख्या 12बताई गई थी, लेकिन अस्पताल में घायलों की मौत से यह आंकड़ा 16पहुंच गया। घायलों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने इसे 'एक्ट ऑफ एविल' यानी शैतानी हरकत बताया है, क्योंकि यह स्पष्ट रूप से यहूदियों को निशाना बनाने वाला हमला था। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि गोलीबारी के दौरान अफरा-तफरी मच गई और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागे। वहीं, एक मुस्लिम व्यक्ति अहमद अल अहमद ने घायलों को बचाने में मदद की, जो मानवता की मिसाल बना।
घटना की सूचना मिलते ही ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने तुरंत इलाके को घेर लिया और हमलावरों को मार गिराया। जांच में हमलावरों की कार से दो ISIS झंडे बरामद हुए, जो इस हमले को आतंकी संगठन से जोड़ते हैं। न्यू साउथ वेल्स पुलिस कमिश्नर मैल लैन्योन ने पुष्टि की कि एक हमलावर पहले से खुफिया एजेंसियों की नजर में था।
फिशिंग का झूठ और पाकिस्तानी कनेक्शन
पुलिस जांच में सामने आया कि हमलावर 50साल के साजिद अकरम और उसका 24वर्षीय बेटा नवीद अकरम सिडनी में रहते थे और पाकिस्तानी मूल के थे। जांच से पता चला कि वे घर से वीकेंड मनाने के बहाने निकले थे। साजिद ने अपनी पत्नी को बताया कि वह फिशिंग यानी मछली पकड़ने) जा रहा है, लेकिन असल में वे हमले की तैयारी में थे। पुलिस छापेमारी में उनके घर से कई सबूत मिले, जो पाकिस्तान से उनके कनेक्शन की ओर इशारा करते हैं। साजिद दो बच्चों का पिता था, और इस हमले ने उनके परिवार को भी सदमे में डाल दिया।
हमले में पाकिस्तानी मूल के हमलावरों का होना और ISIS झंडों का मिलना सीधे पाकिस्तान से जुड़े आतंकी नेटवर्क की ओर इशारा करता है। ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने पाकिस्तानी मुस्लिम व्यक्ति के घर पर छापा मारा, जहां अतिरिक्त सबूत मिले। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इसे 'एंटी-सेमिटिक टेररिज्म' बताया और वैश्विक एकजुटता की अपील की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी हमले की निंदा की, इसे छुट्टियों के मौसम में आतंक की याद बताया। इजरायली प्रधानमंत्री ने इसे 'देवास्तेटिंग टेरर अटैक' कहा और ऑस्ट्रेलिया के यहूदी समुदाय के साथ एकजुटता जताई।
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