
बीजिंग: चीन में कोरोना का कोहराम अभी भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीन की राजधानी बीजिंग में अधिकारियों ने शहर के पार्क बंद कर दिए हैं और अन्य प्रतिबंध लगा दिए हैं क्योंकि देश में COVID-19 मामलों की एक नई लहर का सामना करना पड़ रहा है। अन्य जगहों पर, दक्षिणी विनिर्माण केंद्र ग्वांगझू और पश्चिमी मेगासिटी चोंगकिंग में शुक्रवार को 5 मिलियन से अधिक लोग लॉकडाउन में कैद थे।
आपको बता दे कि, चीन ने शुक्रवार को 10,729 नए मामले दर्ज किए, जिनमें से लगभग सभी में कोई लक्षण नहीं दिख रहे थे। कई शहरों में फिर से स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस शुरू कर दी है। वहीं अस्पतालों ने सेवाओं को प्रतिबंधित कर दिया और कुछ दुकानों और रेस्तरां को बंद कर दिया गया,उनके कर्मचारियों को संगरोध में ले जाया गया। सोशल मीडिया पर वीडियो में कुछ इलाकों में लोगों को पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ विरोध या लड़ाई करते दिखाया गया है।
24 घंटे में 10200 से अधिक मामले
वहीं राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में चीन में कोरोना के 10200 से अधिक मामले दर्ज किए गए। शुक्रवार को एक बयान के अनुसार, चीन पहुंचने वाले यात्रियों को होटल में क्वारंटाइन के लिए कम से कम पांच दिन रहना अनिवार्य होगा। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट है कि इसके अलावा तीन दिन घर पर क्वारंटाइन रहना जरूरी होगा। इससे पहले क्वारंटाइन के नियम 7 दिन होटल में और तीन दिन घर पर रहना अनिवार्य था।
ढिलाई बरतने के मूड में नही जिनपिंग सरकार
चीन की शी जिनपिंग सरकार अभी कोरोना प्रतिबंधों पर ढिलाई के मूड में बिल्कुल नहीं है। हालांकि इससे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था पर बुरा असर पड़ा है। हाल ही में एप्पल कंपनी को चीन में अपना प्रोडक्शन बंद करना पड़ा था। चीन में गिरती अर्थव्यवस्था और महंगाई के बढ़ने का आलम ये है कि लोग दिन ब दिन बढ़ती महंगाई से जूझ रहे हैं। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि उनका फोकस कोरोना महामारी की बदलती स्थिति और वायरस के उत्परिवर्तन के अनुसार उनमें सुधार की तरफ है।
Leave a comment