
नई दिल्ली: भयानक लॉकडाउन से पीड़ित लोखो चीनीयों ने अपना गुस्सा और निराशा व्यक्त करने के लिए बॉलीवुड का रुख किया है। चीनीयों ने 1982 की फिल्म ‘डिस्को डांसर’के हिंदी गीत "जिमी जिमी आजा आजा" की ओर रुख किया है। लोग इस गाने के बोल बदल कर चीनी कम्युनिस्ट सरकार के ऊपर तंज कर रहे है।
‘मुझे चावल दो, मुझे चावल दो’
चीनी सोशल मीडिया नेटवर्क डौयिन जिसे हम एक तरह से चीन का टिक टॉक भी कह सकतेहै। इस प्लेट फॉर्म पर लाहिरी लाहिरी द्वारा रचित और पार्वती खान द्वारा गाया गया गीत मंदारिन में गाया जाता है "जी मील, जी मील", जिसका अनुवाद "मुझे चावल दो, मुझे चावल दो" में अनुवाद करता है।इस गाने पर लोग वीडियो में यह दिखा रहे है कि कैसे उन्हें लॉकडाउन के दौरान आवश्यक खाद्य पदार्थों से वंचित हैं, और साथ में खाली बर्तन दिखा रहे हैं। आश्चर्य की बात तो यह रही किवीडियो अब तक चीनी सेंसर से बचने में कामयाब रहा है, जो देश के शासन के लिए महत्वपूर्ण समझे जाने वाले किसी भी पोस्ट को तुरंत हटा देता है।
चीन के बॉक्स ऑफिस पर हिंदी फिल्मों का जादू
आपको बता दे कि, 1950 और 60 के दशक में सिनेमा के दिग्गज राज कपूर के दिनों से लेकर हाल के वर्षों में "3 इडियट्स", "सीक्रेट सुपरस्टार", "हिंदी मीडियम", "दंगल" और "अंधाधुन" ने चीनी बॉक्स ऑफिस पर असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया। इस वजह से भी चीन में इस गाने का भी जादू देखा जा सकता है। बाता दे कि, चीनी जनता की तरफ से बहुत ही अच्छा तरीका है विरोध करने का क्योंकि अगर कोई सोशल मीडिया पर सरकार की तरफ हेट स्पीच देता हैया कोई बयान देता है तो वह तुरंत सरकार की नजर में आ जाता है और फिर उस वीडियो के साथ-साथ उस शख्स को भी गायब कर दिया जाता है। लेकिन इस तरीके वीडियो जल्दी नजर में नहीं आतीऔर इस तरीके वहां व्यथा भी बाहर आ जाती है।
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