Earthquake: जापान में 6.6 तीव्रता के भूकंप के झटके, जारी की गई सुनामी की चेतावनी

Earthquake: जापान में 6.6 तीव्रता के भूकंप के झटके, जारी की गई सुनामी की चेतावनी

Earthquake in Japan: जापान ने गुरुवार को प्रशांत महासागर में अपने बाहरी द्वीपों के पास आए जोरदार भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की है। अधिकारियों के मुताबिक, आशंका है कि संभावित सुनामी एक मीटर की ऊंचाई तक पहुंच सकती है।

आपको बता दें कि, यह एडवाइजरी चार-चरणीय चेतावनी प्रणाली का दूसरा सबसे निचला स्तर है, जो इज़ू श्रृंखला के द्वीपों पर लोगों को तटों और नदी के मुहाने से दूर रहने के लिए कहता है।जो मुख्य जापानी द्वीप होंशू पर टोक्यो क्षेत्र से दक्षिण तक फैला हुआ है।

जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि गुरुवार देर सुबह क्षेत्र में 10 किलोमीटर की गहराई पर 6.6 तीव्रता का भूकंप आया।जानकारी के लिए बता दे,भूकंप द्वीपों या टोक्यो क्षेत्र में महसूस नहीं किया गयाहै।लेकिन मौसम विज्ञान एजेंसी ने चेतावनी दी कि द्वीपों के तटीय क्षेत्रों में 1 मीटर तक ऊंची सुनामी आ सकती है।

वहीं एजेंसी ने कहा कि हाचिजो द्वीप पर येने क्षेत्र में लगभग 30 सेंटीमीटर (1 फुट) की छोटी सुनामी देखी गई।जापान पृथ्वी पर सबसे अधिक भूकंपीय स्थानों में से एक है। 2011 में आए भीषण भूकंप के कारण आई सुनामी ने उत्तरी जापान के बड़े हिस्से को नष्ट कर दिया और फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में मंदी आ गई।

क्यों आता है भूकंप?

दरअसल ये पृथ्‍वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है। इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है. ये प्लेट्स जो लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं। बार-बार टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्‍यादा दबाव पड़ने पर ये प्‍लेट्स टूटने लगती हैं। ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्‍ता खोजती है और इस डिस्‍टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

कैसे मापी जाती है तीव्रता?

बता दें किभूंकप की जांच रिक्टर स्केल से की जाती है। रिक्‍टर स्‍केल भूकंप की तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना होता है, इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से 1से 9तक के आधार पर मापा जाता है। ये स्‍केल भूकंप के दौरान धरती के भीतर से निकली ऊर्जा के आधार पर तीव्रता को मापता है।

क्‍या होता है भूकंप का केंद्र?

भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्‍थान पर भूकंप का असर सबसे ज्‍यादा होता है और सबसे तेज कंपन होता है। कंपन की आवृत्ति जैसे-जैसे दूर होती जाती हैं, वैसे-वैसे इसका प्रभाव कम होता जाता है लेकिन अगर रिक्टर स्केल पर 7या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40किमी के दायरे में झटका तेज होता है।

Leave a comment