Uncounted Deaths In Rajasthan : एक्सीडेंट में मरने वालों की संख्या में चौथे नम्बर पर आया राजस्थान

Uncounted Deaths In Rajasthan : एक्सीडेंट में मरने वालों की संख्या में चौथे नम्बर पर आया राजस्थान

नई दिल्ली :  देशभर में सड़क हादसों समेत सभी प्रकार की दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों के मामलों में राजस्थान चौथे नंबर पर आ गया है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार देशभर में होने वाली कुल मौतों में 6.8 प्रतिशत मौतें राजस्थान में हुई हैं. राजस्थान देश की जनसंख्या में अनुपात 5.9 प्रतिशत है. साथ ही जहां तक बात सड़क दुर्घटनाओं की है तो राजस्थान में साल 2019 में 10 हजार से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है.

आपको बता दें कि, देश में किसी भी प्रकार की दुर्घटना में राजस्थान चौथे नम्बर पर आ गया है. पिछले साल राजस्थान में सभी प्रकार के हादसों में 28,697 मौतें हुईं है. साल 2018 की तुलना में इसमें मामूली बढ़ोतरी हुई है. वहीं देशभर की बात करें तो साल 2018 की तुलना में 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में 2.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

वहीं पीपल्स् ट्रस्ट की सीईओ और रोड सेफ्टी एक्सपर्ट प्रेरणा अरोड़ा सिंह का मानना है कि, सड़क हादसों में सबसे बड़ा कारण इंजीनियरिंग फॉल्ट का है, जबकि हम सारा दोष ड्राइवर पर मढ़कर बरी हो लेते हैं. साथ ही यह भी कहा गया है कि, हाईवेज तो बना दिए गए है, लेकिन ये गांवों के बीच से खेतों को काटकर ही बनाए गए हैं. और जाहिर सी बात है कि, कोई भी चार लेन या छह लेन का हाईवे गांव, ढाणी से होकर ही निकलेगा. ऐसा होने पर हमने पैदल चलने वाले के लिए तो सुरक्षा के कोई उपाय किए ही नहीं हैं.

बता दें कि, कुल सड़क हादसों में 50 प्रतिशत नेशल हाइवे पर हो रहे हैं, जो कि पूरे राज्य में 3-4 प्रतिशत है. ट्रैफिक एक्सीडेंट्स की बात करें तो, अजमेर, जयपुर, बीकानेर, कोटा, जोधपुर, उदयपुर और भरतपुर संभागीय मुख्यालय में अन्य जिलों की तुलना में कहीं ज्यादा हादसे हो रहे हैं.

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