
लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आखिरकार इस्तीफा दे दिया है। कई घोटालों के जवाब में अपनी सरकार से 50 से अधिक इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री के रूप में पद छोड़ने के लिए सहमत हो गए हैं।बीबीसी के अनुसार, जॉनसन ने कहा है कि जब तक कंजर्वेटिव पार्टी का नया नेता नहीं चुना जाएगा, तब तक वह इस पद पर बने रहेंगे।
कई घोटालों और महीनों की राजनीतिक उथल-पुथल के बाद, स्वास्थ्य सचिव और चांसलर सहित जॉनसन के मंत्रिमंडल के मंत्रियों और वरिष्ठ सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है और कह रहे हैं कि उन्हें अब उनके नेतृत्व पर विश्वास नहीं है। बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया कि, मंगलवार को वरिष्ठ मंत्रियों के एक समूह ने 10 डाउनिंग स्ट्रीट में जॉनसन से मुलाकात की और उन्हें इस्तीफा देने के लिए मनाने की कोशिश की। हालांकि, जॉनसन ने कहा कि पिछले चुनाव में अपने 'भारी जनादेश' को देखते हुए उनका इस्तीफा देने का इरादा नहीं था।
आखिर जॉनसन को इस्तीफा देने के लिए क्यों कहा गया
पार्टी में बगावत के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसनके अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा, लेकिन ये बगावत का सिलसिला पांच जून को शुरू हुआ था जब ब्रिटेन सरकार में वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री साजिद वाजिद के इस्तीफे दे दिया जिससे ब्रिटेन के पीएम की कुर्सी पर संकट मंडराने लगा था। जिसके बाद दो दिन के अंदर करीबन 50 मंत्रियों ने अपना इस्तीफा दे दिया और साथ ही पीएम पर पद छोड़ने का दबाव बढ़ाने लगे। हालांकि पीएम ने साफ कर दिया थी वो पद नहीं छोड़ेंगे, लेकिन मंत्रियों के इस्तीफे पर इस्तीफे ने उनको सत्ता की कुर्सी छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
इस्तीफा देने वाले मंत्रियों का कहना है कि अब उन्हें ब्रिटेन के पीएम के नेतृत्व पर विश्वास नहीं है।दरअसल ये सिलसिला शुरू होता है। 29 जून को। जब ब्रिटिश सांसद क्रिस पिंचर ने पिकाडिली के एक क्लब का दौरा किया था, जहां दो लोगों ने उन पर गलत तरीके से छूने का आरोप लगाया। हालांकि इस मामले में पिंचर ने कहा था कि उप मुख्य सचेतक के रूप में इस्तीफा दे दिया, कि उन्होंने "शराब पी लिया और खुद को शर्मिंदा किया"। इससे पहले, 2017 में पूर्व पेशेवर रोवर और टोरी कार्यकर्ता एलेक्स स्टोरी ने 2001 में क्रिस पिंचर पर यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया था। पिंचर ने तब व्हिप के कार्यालय से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि उन्होंने आरोपों का खंडन किया था।
क्रिस पिंचर पर कई और महिलाओं ने भी गंभीर आरोप लगाए, लेकिन उसके बाद भी साल 2019 में बोरिस जॉनसन ने पिंचर को विदेश कार्यालय मंत्री और इस साल फरवरी में उप मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त कर दिया। इस भूमिका में उनकी जिम्मेदारियों में पार्टी के अनुशासन को बनाए रखना था। जबकि, पिंचर पर दो सांसदों के अलावा कऊ और महिलाओं ने सेक्सुअल संबंध बनाने की कोशिश करने के आरोप लगाए।
लेकिन, पिछले हफ्ते उस वक्त एक बार फिर से बवाल मच गया, जब ये आरोप लगे, कि बोरिस जॉनसन को पिंचर के बारे में सब पता था। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के पूर्व सहयोगी डोमिनिक कमिंग्स ने दावा किया, कि पीएम जॉनसन ने एक बार पिंचर को "नाम से पिंचर, स्वभाव से पिंचर" के रूप में संदर्भित किया था'। डोमिनिक कमिंग्स ने दावा कि, पीएम बोरिस जॉनसन ने खुद कहा था, कि उन्हें पिंचर के बारे में हर जानकारी है।
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