
Gmail Security Alert: साइबर सुरक्षा जगत में हड़कंप मचाने वाली खबर सुनी क्या आपने? 183मिलियन (18.3करोड़) ईमेल अकाउंट्स के पासवर्ड ऑनलाइन लीक हो गए हैं, जिसमें लाखों जीमेल यूजर्स के क्रेडेंशियल्स भी शामिल हैं। यह दावा साइबर रिसर्चर्स ने किया है, जो इन्फोस्टीलर मैलवेयर से चुराई गई जानकारी पर आधारित है। लेकिन गूगल ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि जीमेल सिस्टम में कोई बड़ी सुरक्षा चूक नहीं हुई है। यूजर्स को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, ताकि वे अपने अकाउंट्स की जांच कर सकें और सुरक्षा मजबूत करें।
कैसे हुआ लीक का खुलासा?
जानकारी के अनुसार, यह डेटा लीक 21अक्टूबर 2025को सामने आया, जब साइबर सिक्योरिटी प्लेटफॉर्म 'हैव आई बीन प्वन्ड' (HIBP) ने एक नया डेटासेट जोड़ा। इसमें करीब 183मिलियन यूनिक ईमेल एड्रेस और उनके जुड़े पासवर्ड शामिल हैं। रिसर्चर्स की मानें तो यह जानकारी विभिन्न इन्फोस्टीलर मैलवेयर से चुराई गई है, जो यूजर्स के डिवाइस पर चुपके से इंस्टॉल हो जाते हैं और ब्राउजर, ऐप्स से लॉगिन डिटेल्स चुरा लेते हैं।
इसमें जीमेल अकाउंट्स की संख्या दसियों मिलियंस बताई जा रही है, लेकिन यह सीधे गूगल के सर्वर से चोरी नहीं हुई। बल्कि, यह पुरानी ब्रेकों और मैलवेयर अटैक्स का संकलन है। 2025के पहले छह महीनों में ही चुराए गए क्रेडेंशियल्स में 800%की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो साइबर क्राइम की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह डेटा डार्क वेब पर बिक्री के लिए उपलब्ध हो गया है, जिससे फिशिंग, अकाउंट हाईजैकिंग और पहचान चोरी का खतरा बढ़ गया है।
गूगल ने क्या कहा?
इस खुलासे के तुरंत गूगल का भी बयान सामने आया है। गूगल ने कहा '183मिलियन जीमेल यूजर्स को प्रभावित करने वाली 'बड़ी सुरक्षा ब्रेक' की रिपोर्ट्स गलत हैं। जीमेल की डिफेंस मजबूत हैं और यूजर्स सुरक्षित हैं।' कंपनी ने जोर देकर कहा कि यह कोई नई ब्रेक नहीं, बल्कि पुरानी चुराई गई जानकारी का मिश्रण है। गूगल ने यूजर्स को सलाह दी है कि वे नियमित रूप से पासवर्ड बदलें, टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें और संदिग्ध लॉगिन अलर्ट्स पर नजर रखें।
कैसे जांचें अपना अकाउंट?
यदि आप जीमेल या अन्य ईमेल यूजर हैं, तो तुरंत जांच करें:
Leave a comment