iPhone के इस फीचर से खुद को करें प्रोटेक्ट, आसानी से जान सकते है कही सरकार तो नहीं कर रही अपकी जासूसी!

iPhone के इस फीचर से खुद को करें प्रोटेक्ट, आसानी से जान सकते है कही सरकार तो नहीं कर रही अपकी जासूसी!

iPhone Tips-Tricks: मंगलवार सुबह से ही कई बड़े विपक्षी नेता फोन हैकिंग से जुड़े स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं। इस खबर में बाद पूरे राजनीतिक गलियारे में भूचाल आ गाया। Apple की ओर से भेजे गए इन नोटिफिकेशन में यूजर्स को सरकार प्रायोजित हैकिंग के बारे में अलर्ट किया गया है। ऐसे संदेश कई विपक्षी नेताओं द्वारा साझा किए गए हैं, जिनमें टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, शिव शेना उद्धव ठाकरे, नेता प्रियंका चतुर्वेदी और कांग्रेस नेता पवन खेड़ा शामिल हैं।

हालांकि, ऐपल ने भी पूरे मामले पर बयान जारी किया है। ऐपल ने कहा कि ‘वह खतरे की सूचनाओं के लिए किसी देश की सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराती है।’ कंपनी ने ये भी कहा, सरकार प्रायोजित हैकर बहुत अच्छी तरह से वित्त पोषित और परिष्कृत होते हैं, और उनके हमले समय के साथ विकसित होते रहे हैं। ऐसे हमलों का पता लगाना खतरे के खुफिया संकेतों पर निर्भर करता है जो अक्सर अपूर्ण होते हैं।’

फॉल्स अलार्म हो सकती हैं

कंपनी ने कहा,‘यह संभव है कि खतरे की कुछ सूचनाएं फॉल्स अलार्म हो सकती हैं, या कुछ हमलों का पता नहीं चल पाता है। हम इस बारे में जानकारी देने में असमर्थ हैं कि किस कारण से हमें खतरे की सूचनाएं जारी करनी पड़ रही हैं, क्योंकि इससे सरकार प्रायोजित हमलावरों को भविष्य में पहचान से बचने के लिए अपने व्यवहार को अनुकूलित करने में मदद मिल सकती है।’

Appleका खास फीचर

क्या Apple किसी 'सरकार प्रायोजित' हैकिंग के बारे में अलग से अलर्ट करता है? जी हां, Apple ने पिछले साल ही इस फीचर को अपने प्लेटफॉर्म पर जोड़ा है। हम Apple को गोपनीयता के लिए जानते हैं। कंपनी अपने यूजर्स के डेटा को सुरक्षित रखने के लिए कई कदम उठा रही है। ऐसा ही एक कदम है ये फीचर, जिसकी वजह से लोगों को नोटिफिकेशन मिल रहा है।

कंपनी ने हाल ही में कॉन्टैक्ट की वेरिफिकेशन फीचर जोड़ा है। यह कंपनी का नया सिक्योरिटी फीचर है, जो iMessage और iCloud के लिए है। इस फीचर को पेश करते समय कंपनी ने कहा था कि इस सिक्योरिटी लेयर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि iMessage को किसी भी हमले से बचाया जा सके।

इसमें यूजर्स को यह वेरिफाई करने का भी विकल्प मिलता है कि वे उसी व्यक्ति से बात कर रहे हैं जिससे वे बात करना चाहते हैं। आसान भाषा में कहें तो इसकी मदद से दूसरे यूजर्स के अकाउंट को भी वेरिफाई किया जा सकता है। यह सुविधा कुंजी पारदर्शिता नामक एक तंत्र का उपयोग करती है।

अगर कोई यूजर इस फीचर को ऑन रखता है तो उसे कोई अनजान iMessage अकाउंट जुड़ने पर ऑटोमैटिक अलर्ट मिलता है। उपयोगकर्ता किसी संपर्क के सत्यापन कोड की मैन्युअल रूप से तुलना भी कर सकते हैं। कुल मिलाकर यह फीचर यूजर्स की प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए जोड़ा गया है।

क्या होता है जब Apple को ऐसे किसी खतरे की जानकारी मिलती है?

जैसे ही कंपनी को किसी राज्य प्रायोजित हमले की जानकारी मिलती है, कंपनी दो तरह से यूजर्स को अलर्ट करती है। पहली खतरे की सूचना iMessage के माध्यम से उपयोगकर्ता की Apple ID पर पंजीकृत नंबर पर भेजी जाती है। साथ ही रजिस्टर्ड ईमेल पर भी खतरे का अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा।

इसके अलावा यूजर्स को applieid.apple.com पर खतरे का नोटिफिकेशन भी मिलेगा। हालांकि, इसके लिए यूजर्स को यहां साइन इन करना होगा। इसके साथ ही कंपनी यूजर्स को अतिरिक्त स्टेप्स भी बताती है, जिसके जरिए अपने अकाउंट को सुरक्षित रखा जा सकता है।

कंपनी ने अपने पेज पर साफ किया है कि कुछ खतरे के नोटिफिकेशन गलत भी हो सकते हैं। Apple की सावधान चेतावनी सूचनाएं किसी विशिष्ट राज्य-प्रायोजित हैकर की ओर इशारा नहीं करती हैं। Apple ने साफ कर दिया है कि वे यह नहीं बता पाएंगे कि यह धमकी भरा नोटिफिकेशन क्यों भेजा गया है। इसकी वजह से भविष्य में यूजर्स पर हमले आसान हो सकते हैं।

आप खुद को कैसे रख सकते हैं सुरक्षित?

किसी भी खतरे से खुद को बचाने के लिए यूजर्स को कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। इसके लिए यूजर्स को खुद को लेटेस्ट सॉफ्टवेयर से अपडेट रखना चाहिए। क्योंकि नवीनतम सॉफ़्टवेयर में सभी आवश्यक सुरक्षा सुधार मौजूद हैं। इसके अलावा डिवाइस को सुरक्षित रखने के लिए पासकोड का इस्तेमाल करना चाहिए।

बेहतर सुरक्षा के लिए यूजर्स को टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करना चाहिए। किसी भी ऐप को हमेशा ऐप्पल ऐप स्टोर से ही डाउनलोड करना चाहिए। बेहतर सुरक्षा के लिए अद्वितीय और मजबूत ऑनलाइन पासवर्ड का उपयोग करें। किसी भी संदिग्ध लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें।

Leave a comment