
नई दिल्ली: पूर्वी काउंटी ताइतुंग में रात 9:41 बजे आए 6.5 तीव्रता के भूकंप के बाद रविवार को भी सुबह तक ताइवान में 7.2 झटके महसूस किए गए। शनिवार को शाम 10:35 बजे 5.3-परिमाण सहित, ताइवान की मौसम एजेंसी ने कहा कि, झटके के कारण दीवार गिरना, बिजली गुल होना, पानी का पाइप फटना और छत का गिरना आदि कई दुर्घटनाएं हुईं है।
आपको बता दे कि, ताइवान में कई जगहों पर सड़कें टूट गई हैं। ब्रिज गिर गए हैं। ट्रेनें पटरलियों से उतर गई हैं। यूली में एक स्टोर गिरने से उसमें चार लोग दब गए हैं। उन्हें निकालने का प्रयास जारी है। ब्रिज टूटने की वजह से कई गाड़ियां ब्रिज के नीचे गिर गईं। डोंगली स्टेशन पर ट्रेन पटरी से उतर गई। वहीं स्टेशन की छत भी गिर गई। यूएस पैसिफिक सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने इन भूकंपों के बाद ताइवान में सुनामी का अलर्ट जारी किया है।
वहीं जापान के मौसम विभाग ने भी 3.2 फीट ऊंची लहरों वाली सुनामी की चेतावनी जारी की है,क्योंकि उसके ओकिनावा में भूकंप आ चुका है। तीनों भूकंप पूरे ताइवान में महसूस किया गया। राजधानी ताइपे में इमारतें थोड़ी देर झूलती रहीं। कुछ इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं। ताइनान और काओसंग इलाके में भूकंप का ज्यादा असर नहीं रहा।
इस वजह से आते है भूकंप
ताइवान रिंग ऑफ फायर (Ring Of Fire) इलाके में पड़ता है। यह इलाका ऐसी जगह पर है, जहां सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं। सुनामी आती है, ज्वालामुखी विस्फोट होते हैं। असल में ताइवान दो टेक्टोनिक प्लेटों के एकदम नजदीक बसा है। इन दोनों में किसी भी तरह की हलचल होती है, तो ताइवान पर भूकंप और सुनामी दोनों का खतरा बना रहता है। इससे पहले साल 2016 में आए भूकंप से ताइवान में 100 लोगों की मौत हुई थी। जबकि, 1999 में आए 7.3 तीव्रता के भूकंप से 2000 लोग मारे गए थे।
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