एक और खतरनाक बीमारी ने WHO की बढ़ाई चिंता! हर साल ले सकता है 1 करोड़ लोगों की जान

एक और खतरनाक बीमारी ने WHO की बढ़ाई चिंता! हर साल ले सकता है 1 करोड़ लोगों की जान

नई दिल्ली: कोरोना का कहर चीन में जमकर बरस रहा है, तो दूसरी और अमेरिका में नई बीमारी ने दुनिया को चिंता में डाल दिया है। बता दें कि कुछ सालों से सुपरबग नाम की बीमारी अमेरिका में बड़े ही तेजी के साथ फैल रही है साथ ही उसकी मौत का आंकड़ा दुनिया को डराना शुरू कर दिया है। वहीं कहा जा रहा है कि बीमारी इस तरह तेजी से फैल रही है जिससे आने वाले समय में हर साल 1 करोड़ लोगों की जान जा सकती है।

एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में सुपरबग नामक बीमारी बड़े तेजी के साथ फैल रही है। साथ ही दुनिया में भि इस बीमारी ने कुछ सालों से अपने पैर पसारने शुरू कर दिया है। इस समय सुपरबग बीमारी से हर साल 13 लाख लोगों की मौत हो रही है। स्टडी में यह भी खुलासा हुआ है कि सुपरबग पर एंटीबायोटिक और एंटी-फंगल दवाएं भी असर नहीं करती हैं। वहीं अब सवाल उठ रहे है कि क्या कोरोना से भी ज्यादा ये बीमारी है।

दरअसल कोरोना की मार दुनिया पिछले 2 सालों से झेल रही है वहीं इस बीमारी ने भी कोरोना की आड़ में अपने पैर पसारे और लाखों लोगों की जान ले चुकी है। सुपरबग पर एंटीबायोटिक और एंटी-फंगल दवाएं का असर ना होना कहीं-ना-कहीं कोरोना से ज्यादा खतरनाक हो सकता है।

क्या है सुपरबग बीमारी

यह बैक्टीरिया का ही एक रूप है। कुछ बैक्टीरिया हयूमन फ्रैंडली होते हैं तो कुछ इंसान के लिए बेहद खतरनाक होते हैं। ये सुपरबग इंसान के लिए घातक है। ये बैक्टीरिया, वायरस और पैरासाइट का स्ट्रेन है। जब बैक्टीरिया, वायरस, फंगस या पैरासाइट्स समय के साथ बदल जाते हैं तो उस वक्त उन पर दवा असर करना बंद कर देती है। इससे उनमें एक एंटीमाइक्रोबॉयल रेजिस्टेंस पैदा होता है। एंटीमाइक्रोबॉयल रेजिस्टेंस पैदा होने के बाद उस संक्रमण का इलाज काफी मुश्किल हो जाता है। 

कैसे फैल रहा है सुपरबग

सुपरबग एक से दूसरे इंसान के त्वचा संपर्क, घाव होने, लार और यौन संबंध बनाने से फैलता है। एक बार सुपरबग के इंसान के शरीर में होने पर मरीज पर दवाएं असर करना बंद कर देती हैं, फिलहाल सुपरबग की कोई दवाई मौजूद नहीं है लेकिन सही तरीके अपना कर इसकी रोकथाम की जा सकती है।

कैसे बचें

  • सुपरबग से बचने के लिए सबसे पहले हाथों को साबुन और पानी से धोएं।
  • हाथ धोने के लिए हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
  • खाने के सामान को साफ जगह पर रखें।
  • भोजन को अच्छी तरह से पकाना और साफ पानी का इस्तेमाल करना।
  • बीमार लोगों के संपर्क से बचें।
  • डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही किसी एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग।
  • एंटीबायोटिक दवाओं को दूसरों के साथ साझा नहीं करना।

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