
नई दिल्ली: हजारों श्रीलंकाई प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ आज देश के सबसे बड़े सरकारी भवन में प्रवेश कर गए है।श्रीलंकाई झंडे और हेलमेट लिए हुए प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति के आवास में घुसकर उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे। इस समय श्रीलंका एक गंभीर विदेशी मुद्रा की कमी से जूझ रहा है।जिसके परिणामस्वरूप लगभग सात दशकों में सबसे खराब वित्तीय संकट आया है।
घर छोड़कर भागे राष्ट्रपति
सोशल मीडिया पर आज साझा किए गए वीडियो में राष्ट्रपति भवन के अंदर गुस्साए प्रदर्शनकारियों को नारे लगाते और शराब पीते हुए दिख रहे है। उद्दाम श्रीलंकाई प्रदर्शनकारियों को वीडियो में औपनिवेशिक युग की राजकीय हवेली के परिसर के पूल में तैरने के लिए कूदते हुए भी देखे जा सकता है।वहीं श्रीलंका के राष्ट्रपति राजपक्षे को कल रात सेना मुख्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया था क्योंकि खुफिया रिपोर्टों ने चेतावनी दी थी कि स्थिति "नियंत्रण से बाहर हो जाएगी"। वहीं उनके अचानक चले जाने से सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या उनका इस पद पर बने रहने का इरादा है।
सोशल मीडिया पर फुटेज में यह भी दिखाया गया है कि प्रदर्शनकारी महल की रसोई में खाना बना रहे हैं, हंस रहे हैं और खाना खा रहे हैं। इससे पहले दिन में, श्रीलंकाई पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने और प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति आवास के परिसर में प्रवेश करने से रोकने का प्रयास किया था। पुलिस ने फायरिंग और आंसू गैस के गोले दागे, जिसके बाद तीन लोग घायल हो गए और 36 अन्य जिन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा
इसी कड़ी में श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने शनिवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और साथ ही सर्वदलीय सरकार के सत्ता में आने का रास्ता साफ कर दिया। पीएम ने पहले कहा था कि वह इस्तीफा देने और देश में सर्वदलीय सरकार बनाने के लिए रास्ता बनाने के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री के मीडिया प्रभाग ने कहा कि एक सर्वदलीय सरकार स्थापित होने और संसद में बहुमत हासिल होने के बाद प्रधानमंत्री इस्तीफा दे देंगे।उनके कार्यालय ने कहा कि विक्रमसिंघे तब तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे।
विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं से कहा कि वह इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पद छोड़ने का निर्णय ले रहे हैं कि इस सप्ताह द्वीप-व्यापी ईंधन वितरण की सिफारिश की गई है।विश्व खाद्य कार्यक्रम निदेशक इस सप्ताह देश का दौरा करने वाले हैं और ऋण स्थिरता रिपोर्ट के लिए IMFको जल्द ही अंतिम रूप दिया जाना है। इसलिए नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए।प्रधानमंत्री ने कहा कि वह विपक्षी दल के नेताओं की इस सिफारिश से सहमत हैं।
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