श्रीलंका को मिला 8वां राष्ट्रपति, रानिल विक्रमसिंघे को मिला 134 सांसदों का समर्थन

श्रीलंका को मिला 8वां राष्ट्रपति, रानिल विक्रमसिंघे को मिला 134 सांसदों का समर्थन

कोलंबो: आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका को नया राष्ट्रपति मिल गया है। रानिल विक्रमसिंघे को नया राष्ट्रपति चुन लिया गया है। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में रानिल को भारी जीत दर्ज की है। रानिल विक्रमसिंघे को 134 सांसदों का समर्थन मिला है। उनके प्रतिद्वंदी दुल्लास अल्हाप्पेरुमा को 82 वोट ही मिले। राष्ट्रपति चुनाव में तीसरे उम्मीदवार अनुरा कुमारा दिसानायके को सिर्फ तीन वोट ही मिले। श्रीलंका के नवनियुक्त राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि देश बहुत मुश्किल स्थिति में है, हमारे सामने बड़ी चुनौतियां हैं।

आपको बता दें कि गोटाबाया राजपक्षे के श्रीलंका से भागने के बाद विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति की जिम्मेदारी दी गई थी। फिर उन्हें अंतरिम राष्ट्रपति बनाया गया। रानिल विक्रमसिंघे का कार्यकाल नवंबर 2024 में खत्म होगा। रानिल राजनीति में आने से पहले एक पत्रकार और वकील भी रह चुके हैं। 1977 में वो पहली बार आम चुनाव में विजयी होकर संसद सदस्‍य बने थे। वह 1993 में पहली बार पीएम बने थे। रानिल अभी अंतरिम राष्ट्रपति हैं। बता दें कि रानिल श्रीलंका के 8वें राष्ट्रपति बने है।

रानिल श्रीलंका की एक प्रभावी सिंहली परिवार में जन्‍में है। पेशे से वह एक वकील हैं। सिर्फ 28 साल की उम्र में उन्‍हें उप-विदेश मंत्री का पद दिया गया था। उनकी काम करने की क्षमता ने बहुत कम समय में कई नेताओं को प्रभावित किया था। 5 अक्‍टूबर 1977 को विक्रमसिंघे को फुल कैबिनेट पद मिल गया और वो युवा मामलों के मंत्री बने। साल 1980 की शुरुआत तक उनके पास ये पद रहा।

विक्रमसिंघे राजनीति में आगे बढ़ते जा रहे थे। साल 1993 में तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति रानासिंघे प्रेमदासा को एक आत्‍मघाती हमले में लिट्टे आतंकियों ने मार दिया था। उनकी मौत के बाद प्रधानमंत्री डीबी विजीतुंगा को कार्यवाहक राष्‍ट्रपति बनाया गया। 7 मई 1993 को विक्रमसिंघे को पहली बार देश का प्रधानमंत्री नियुक्‍त किया गया था।

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