
नई दिल्ली: रूसी नागरिक अब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध से परेशान हैं। पुतिन जहां अब यूक्रेन पर 'बड़ा' हमला करने की सोच रहे हैं, वहीं रूस की जनता अब चिंतित है। खासकर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाने के लिए उन्होंने बड़ी संख्या में युवाओं को भर्ती करने का आदेश दिया है, जिसके बाद से युवाओं में खासा आक्रोश है। दरअसल, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आदेश दिया है कि युवाओं को सेना में सेवा देने के लिए इकट्ठा किया जाए। इसके विरोध में कई युवा देश छोड़कर जा चुके हैं। युवाओं में भगदड़ मच गई है।
आपको बता दे कि,यूक्रेन के साथ रूस की जंग के बीच रूस में अफरातफरी का माहौल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां कई युवक बिना कोई सामान लिए अलग-अलग जगहों पर भाग गए हैं। इनमें से एक युवा दिमित्री आर्मेनिया पहुंचा। वह अपनी पत्नी और बच्चों को सिर्फ एक छोटा सा बैग लेकर यहां से भाग गया। ये युवा यूक्रेन के साथ युद्ध नहीं लड़ना चाहते हैं। दिमित्री ने कहा- 'मैं युद्ध में नहीं जाना चाहता, मैं इस अर्थहीन युद्ध में मरना नहीं चाहता। यह भाई को मारने जैसा है।
युवाओं के भागने की खबरें झूठीं
बता दें, फरवरी 24 के बाद से छिड़ी जंग के बाद रूस छोड़ने वालों के लिए येरवान महत्वपूर्ण पनाहगार बन गया है। अरमेनिया प्रशासन का कहना है कि तभी से अभी तक 40 हजार रूसी नागरिक उनके देश आ चुके हैं। इसके अलावा करीब 50 हजार रूसी नागरिक जॉर्जिया जैसे पड़ोसी मुलकों में चले गए हैं। हालांकि, सरकार का कहना है जंग से बचने युवाओं के देश छोड़ने की खबरें झूठी हैं। सरकारी प्रवक्ता डिमित्री पेस्कोव ने कहा कि इस बारे में कई गलत जानकारियां सामने आ रही हैं।
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