Meghalaya Cabinet: एक राज्य, 8 मंत्री और आठों का इस्तीफा...मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले लिया फैसला, राज्यपाल से मिले CM

Meghalaya Cabinet: एक राज्य, 8 मंत्री और आठों का इस्तीफा...मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले लिया फैसला, राज्यपाल से मिले CM

Shillong News: मेघालय की राजनीति में मंगलवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब मंत्रिमंडल में फेरबदल से पहले आठ मंत्रियों ने एकसाथ इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रीय जनता पार्टी (एनपीपी) नीत मेघालय डेमोक्रेटिक अलायंस सरकार में शामिल वरिष्ठ नेता जैसे अम्पारीन लिंगदोह, पॉल लिंगदोह, रक्कम ए. संगमा, और बीजेपी के ए एल हेक ने अपने पद छोड़ दिए।

इस अप्रत्याशित कदम ने सियासी गलियारों में सनसनी फैला दी। सूत्रों की मानें तो यह इस्तीफा मंत्रिमंडल में नए चेहरों को मौका देने की रणनीति का हिस्सा है। मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने तुरंत राजभवन पहुंचकर राज्यपाल सी एच विजय शंकर को इस्तीफे सौंपे, जिसके बाद नए मंत्रियों की शपथ की तैयारियां शुरू हो गईं।

नए चेहरों की एंट्री

इस्तीफों ने मंत्रिमंडल में नए नेताओं के लिए रास्ता खोल दिया है। सूत्रों के अनुसार, एनपीपी के वैलादमिकी शायला, सोस्थनीस सोहतुन, ब्रेनिंग ए. संगमा और टिमोथी डी शिरा के मंगलवार शाम पांच बजे राजभवन में शपथ लेने की संभावना है। इसके अलावा, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के प्रमुख मेतबाह लिंगदोह और पूर्व मंत्री लखमेन रिम्बुई भी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी) के मेथोडियस दखार और बीजेपी के सनबोर शुल्लई भी मंत्रिमंडल में जगह पाने के प्रबल दावेदार हैं। यह फेरबदल सत्तारूढ़ गठबंधन की रणनीति को और मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

सियासी समीकरणों का खेल

मेघालय की इस सियासी उथल-पुथल ने राज्य की राजनीति में नए समीकरणों को जन्म दिया है। जानकारों का मानना है कि यह कदम गठबंधन सरकार में सहयोगी दलों के बीच संतुलन बनाने और आगामी चुनौतियों के लिए नई ऊर्जा लाने की कोशिश है। इस्तीफा देने वाले मंत्रियों में एनपीपी, यूडीपी, एचएसपीडीपी और बीजेपी के नेता शामिल हैं, जो गठबंधन की एकजुटता को दर्शाता है। अब सबकी निगाहें नए मंत्रिमंडल पर टिकी हैं, जो मेघालय की राजनीति को नई दिशा दे सकता है।

Leave a comment