Maharashtra News: मंगलवार को भारतीय रेलवे ने पुणे मंडल के अहमदनगर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर अहिल्यानगर रेलवे स्टेशन करने की घोषणा की। यह बदलाव महाराष्ट्र की महान शासिका और समाज सुधारक लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर को श्रद्धांजलि देने का एक प्रयास है।
रेलवे ने स्पष्ट किया कि स्टेशन का कोड ANG वही रहेगा, लेकिन अब यह स्टेशन मराठी और हिंदी में अहिल्यानगर तथा अंग्रेजी में AHILYANAGAR के नाम से जाना जाएगा। यह निर्णय महाराष्ट्र सरकार के नोटिफिकेशन और भारत के सर्वेक्षक महासभा के पत्र के आधार पर लिया गया है। यह कदम न केवल ऐतिहासिक है, बल्कि क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत को भी मजबूत करता है।
अजित पवार की पहल और मंजूरी की कहानी
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पिछले महीने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर स्टेशन का नाम बदलने की मांग की थी। उनकी इस मांग को जनता की लंबे समय से चली आ रही भावनाओं का समर्थन प्राप्त था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को इस प्रस्ताव को मंजूरी दी, जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने अधिसूचना जारी की। इससे पहले, 2024में अहमदनगर जिले का नाम बदलकर पुण्यश्लोक अहिल्या देवी जिला किया गया था। केंद्रीय राजस्व मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल ने इसे ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यह बदलाव क्षेत्र की गौरवशाली विरासत को सम्मान देता है।
नाम बदलने की प्रक्रिया और इसका महत्व
भारत में किसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलना एक जटिल प्रक्रिया है, जिसमें राज्य सरकार की समीक्षा, विभिन्न विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी), और गृह मंत्रालय की अंतिम मंजूरी शामिल होती है। मंजूरी मिलने के बाद रेल मंत्रालय और भारतीय रेलवे इसे लागू करते हैं। अहिल्यानगर स्टेशन का यह नया नाम न केवल अहिल्या बाई के योगदान को रेखांकित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे भारत अपनी ऐतिहासिक शख्सियतों को सम्मान देने के लिए कदम उठा रहा है। यह बदलाव स्थानीय लोगों के लिए गर्व का विषय बन गया है।
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