
नई दिल्ली: दुनिया में आतंकवाद के नाम पर बदनाम हो चुका पाकिस्तान आतंकवाद के नाम एक बार फिर से बदनाम हो गया. पाकिस्तान ने आतंकी लिस्ट से 3800 आतंकियों के नाम को हटाया है. आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान के प्रेम को देखते हुए पाकिस्तान पर फिर से सवाल खड़े हो गए है. पाकिस्तान क्यों लगातार आतंकवाद को बढ़ावा देता है. हैरान करने वाली बात यह भी सामने आई है कि पाकिस्तान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड को भी इस लिस्ट से हटा दिया है. बता दें कि इस टेररिस्ट वॉचलिस्ट से 3800 आतंकियों के नाम हटा दिये हैं. जिसमें 7600 आतंकियों के नाम थे.
आपको बता दें कि इस बात की जानकारी वेबसाइट Castellum.AI ने जारी की है. रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी निगरानी सूची में जहां 2018 में 7600 नाम थे, वो अब घटकर 3800 के नीचे आ गये हैं. जिसमें पाक का आतंकी प्रेम है. वहीं, इस लिस्ट में आतंकी जकी-उर्रहमान लखवी का नाम भी नहीं है. Castellum.AI का डाटा दिखाता है कि 9 मार्च से 27 मार्च के बीच पाकिस्तान ने आतंकी निगरानी सूची से 1069 नाम हटाये. इसके बाद इन नामों को डी-नोटिफाइड लिस्ट में डाल दिया गया. डी-नोटिफाइड लिस्ट में नाम दर्शाने का मतलब ये है कि पाकिस्तान ने आधाकारिक तौर पर इन लोगों के नाम आतंकी निगरानी सूची से हटा दिये हैं.
बाद में 27 मार्च के बाद से करीब 800 नाम टेररिस्ट वॉचलिस्ट से हटाकर डी-नोटिफाइड लिस्ट में डाल दिये गये. इस तरह पिछले 18 महीनों में पाकिस्तान ने बिना किसी सूचना के आतंकी निगरानी सूची से 3800 नाम हटा दिये हैं. जबकि पाकिस्तान लगातार पूरी दुनिया में आतंकवाद को कम करने का अलाप गा रहा है. लेकिन, इसके उलट सच्चाई कुछ और नजर आती है. पाकिस्तान का आतंक प्रेम कम होता नहीं दिख रहा है. जम्मू-कश्मीर LOC पर कोई ऐसा होता है. जिस दिन पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज आता होगा.
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