
नई दिल्ली: मनीषा रूपेता पाकिस्तान में डीएसपी नियुक्त होने वाली पहली हिंदू महिला हैं। उसने सिंध सिविल सेवा परीक्षा पास कर ली है और वर्तमान में पाकिस्तान के ल्यारी में तैनात है। बता दे कि, पाकिस्तान के पिछड़े और छोटे से जिले जाकूबाबाद की एक हिंदू लड़की है। उन्होंने सिंध लोकसेवा आयोग की परीक्षा पास करना और डीएसपी बनना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।
मनीषा ने मीड़ीया को बताया, "मेरा मानना है कि महिलाओं में ज़्यादातर पीड़ित महिलाएं हैं, ऐसे में उनकी सुरक्षा करने वाली भी महिलाएं होनी चाहिए। इसी प्रेरणा से मैं हमेशा पुलिस बल का हिस्सा बनना चाहती थी।" मनीषा ने कराची के सबसे मुश्किल इलाके ल्यारी में ट्रेनिंग ली है। इस इलाके में पुलिस विभाग में ऑफ़िसर बनने वाली मनीषा पहली महिला हैं। उन्होंने एएसपी आतिफ़ अमीर की निगरानी में प्रशिक्षण लिया। अमीर का मानना है कि महिला पुलिस ऑफ़िसर की संख्या बढ़ने से पुलिस विभाग की छवि बदलने में मदद मिलेगी। "इससे हमारे पास अवसर होगा कि हम पुलिस की मानवता विरोधी छवि को मिटा सके। मनीषा जैसे पुलिस अधिकारियों से समाज में पुलिस की अच्छी छवि बनाने में मदद मिलेगी।"
चुपके-चुपके करती थीं परीक्षा की तैयारी
बहनों की ही तरह मनीषा भी एमबीबीएस की परीक्षा दी, लेकिन वे एक नंबर कम होने की वजह से परीक्षा में पास नहीं कर पाईं। इसके बाद उन्होंने डॉक्टर ऑफ़ फिजिकल थेरेपी की डिग्री ली, लेकिन उन्हें पुलिस की वर्दी बहुत भाती थी, इसलिए उन्होंने चुपके से किसी को बिना बताए सिंध लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी भी करती थीं। इस मेहनत की बदौलत ही उन्होंने लोक सेवा आयोग की परीक्षा में ना केवल कामयाबी हासिल की बल्कि 16वां रैंक लाईं।
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