
नई दिल्ली: पाकिस्तान अपने सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है। जहां एक तरफ महंगाई सातवे आसमान पर चली गई है। वहीं दूसरी ओर आटे के लिए लोगों को लाइन में लगना पड़ रहा है। इसके अलावा अब जनता का गुस्सा फूटने लगा है। पाकिस्तान की आर्थिक राजधारी कहे जान वाले कराची में व्यापारियों का अपने हक के लिए सड़क पर उतरना पड़ गया है। वहीं शहबाज शरीफ सरकार की कमजोर आर्थिक नीतियों के खिलाफ व्यापारियों की ऑल सिटी ट्रेडर्स एसोसिएशन ने बोल्टन मार्केट पर धरना शुरू कर दिया है।
बता दें कि एक व्यापारी का कहना है कि हमारी दुकानों में बेचे जाने वाले माल की कमी हो रही है। जब इम्पोर्ट बंद हो जाएगा और इंडस्ट्री का माल नहीं आएगा तो पोर्ट सिटी बंद हो जाएगी। कराची पाकिस्तान का प्रमुख बंदरगाह है, जिसके रास्ते व्यापार होता है। इसके साथ व्यापारियों का कहना है कि इसी तरह चलता रहा तो दुकानें बंद हो जाएंगी। मार्केट वीरान हो जाएगी तो उनका घर चलाना मुश्किल हो जाएगा।
170अरब रुपये के नए टैक्स
आईएमएफ ने पाकिस्तान को समझौतों की एक लिस्ट थमा दी है, जिसके तहत देश में 170अरब रुपये के नए कर लगाए जाएंगे। इसके लिए जल्द ही मिनी बजट पेश किया जाएगा।पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने शुक्रवार को नए टैक्स लगाए जाने के बारे में जानकारी दी। इशाक डार ने इमरान खान पर देश को आर्थिक विनाश में धकेलने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन चीजों को ठीक करना जरूरी है। ये सुधार दर्दनाक हैं, लेकिन जरूरी है।
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