
नई दिल्ली: चीन में राष्ट्रीय जनसंख्या जनगणना जारी की गई है। दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन इन दिनों घटती जन्म दर को लेकर परेशान है। इसकी वजह से कई नई योजनाएं बनाई जा रही हैं। पहले चीन में बच्चा पैदा करने का नियम था। इस नियम को बहुत सख्त माना जाता था। नतीजा यह हुआ कि चीन की आबादी धीरे-धीरे कम होने लगी। इसे देखते हुए बीजिंग ने 2016 में एक बच्चे के नियम को खत्म कर दिया। पिछले साल चीन ने दंपत्तियों को तीन बच्चे पैदा करने की इजाजत दी थी। इसके बाद भी अगर पिछले पांच साल के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो चीन में जन्म दर में तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है। अब जब सरकार जाग गई है, तो वह अधिक बच्चे पैदा करने वाले पुरुषों और महिलाओं को भत्ता देने का वादा कर रही है।
7.52 जन्म दर प्रति हजार व्यक्ति
चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के आंकड़े बताते हैं कि साल 2021 में प्रति हजार लोगों पर जन्म दर 7.52 थी, जो 1949 के बाद सबसे कम है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने 2 अगस्त को 2021 से 2025 के बीच की अवधि का जिक्र करते हुए कहा, कुल जनसंख्या की वृद्धि दर काफी धीमी हो गई है और 14वीं पंचवर्षीय योजना अवधि में नकारात्मक वृद्धि के चरण में प्रवेश करेगी। इस साल जनवरी में अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि उस पांच साल की अवधि में जनसंख्या शून्य वृद्धि या नकारात्मक वृद्धि दर्ज कर सकती है।
ज्यादा बच्चे पैदा करोगे तो लाभ मिलेगा
चीन के कुछ हिस्सों में अधिकारी पहले से ही सुस्त जन्म दर से निपटने के लिए परिवार के अनुकूल नीतियां बना रहे हैं। इसी के तहत पूर्वी शहर हांग्जो ने 2 अगस्त को घोषणा की कि तीन बच्चों वाले परिवार पहली बार आवास भविष्य निधि ऋण के लिए आवेदन करते समय अधिकतम सीमा से 20 प्रतिशत अधिक लोन ले सकेंगे।
चाइल्डकैअर सेवाओं में सुधार पर जोर
वहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने मंगलवार को जारी नीतिगत दिशानिर्देश केंद्र और प्रांतीय दोनों सरकारों से प्रजनन स्वास्थ्य पर खर्च बढ़ाने और देश भर में चाइल्डकैअर सेवाओं में सुधार करने का आग्रह किया है। साथ ही ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले दंपतियों के लिए प्रजनन सहायता से संबंधित नियमों का लाभ प्राप्त होंगे। साथ ही सब्सिडी, नकद प्रोत्साहन, टैक्स में छूट और बेहतर स्वास्थ्य बीमा भी मिलेगा।
बच्चे पैदा करने पर जोर
इतना ही नहीं ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले स्कीम के तहत युवा परिवारों के लिए शिक्षा, आवास और रोजगार सहायता भी प्रदान की जाएगी।वर्ल्ड पॉपुलेशन क्लॉक के मुताबिक इस वक्त दुनिया की आबादी 7.96 अरब है। इसमें और चार करोड़ लोग और जुड़ते ही, वैश्विक आबादी 8 अरब हो जाएगी।
भारत सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा!
यूएन की रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में चीन को भारत आबादी के मामले में पीछे छोड़ देगा और वह सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।
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