Durgapur Gangrape Case: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में निजी मेडिकल कॉलेज की छात्रा के साथ कथित गैंगरेप के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। पुलिस ने गुरुवार को खुलासा किया कि पीड़िता एक गिरफ्तार आरोपी के साथ रिलेशनशिप में थी और यही वह व्यक्ति था जिसके साथ वह 10अक्टूबर की रात कॉलेज कैंपस से बाहर डिनर के लिए गई थी। इस खुलासे के साथ ही पुलिस ने गैंगरेप के आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि शारीरिक यौन हमला केवल एक व्यक्ति द्वारा किया गया। इस मामले में अब तक छह लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें पीड़िता का क्लासमेट भी शामिल है।
10अक्टूबर की काली रात
दरअसल, दुर्गापुर के आईक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज की सेकंड ईयर की MBBS छात्रा, जो ओडिशा के जलेस्वर की निवासी हैं। जिसके साथ 10अक्टूबर की रात गैंगरेप हुआ। वह उस रात अपने एक सहपाठी के साथ कैंपस से बाहर डिनर के लिए निकलीं थी। पुलिस के अनुसार, दोनों एक जंगल क्षेत्र की ओर गए, जहां यह घटना घटी। पीड़िता ने शुरुआती बयान में दावा किया था कि पांच अज्ञात पुरुषों ने उन्हें घसीटा, धमकाया और गैंगरेप किया। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने उन्हें चुप रहने की धमकी दी, वरना और लोगों को बुला लेंगे।
पीड़िता के पिता ने अगले दिन शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बेटी के सहपाठी का नाम भी लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सहपाठी ने बेटी को जंगल की ओर ले जाकर फंसाया। घटना के बाद पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वह अब स्थिर स्थिति में हैं।
पुलिस ने हटाया राज से पर्दा
वहीं, छानबीन और पूछताछ करने के बाद असंसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नर सुनील कुमार चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा 'तकनीकी साक्ष्यों, मेडिकल रिपोर्ट और पीड़िता के बयान के आधार पर हम यह पुष्टि करते हैं कि शारीरिक यौन हमला केवल एक व्यक्ति द्वारा किया गया। बाकी चार आरोपी सहयोगी भूमिका में थे, लेकिन गैंगरेप नहीं हुआ।' उन्होंने आगे बताया कि पीड़िता एक गिरफ्तार आरोपी के साथ रिलेशनशिप में थी। यह वही व्यक्ति था, जिसके साथ पीड़िता बाहर गई थी। जांच में यह सामने आया कि दोनों के बीच पहले से संबंध थे, लेकिन घटना के दौरान विवाद हुआ।'
पुलिस ने 14अक्टूबर को क्राइम सीन रिकंस्ट्रक्शन किया, जिसमें सभी छह आरोपी मौजूद थे। पूरे प्रक्रिया को वीडियोग्राफी की गई, जो आरोपी, पीड़िता के बयानों और सहपाठी के बयान से मेल खाती है। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल फोन, कपड़े और पीड़िता का छीना गया फोन जब्त किया है, जिन्हें फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया। मेडिकल परीक्षणों की रिपोर्ट का इंतजार है।14अक्टूबर को पीड़िता के सहपाठी वसीफ अली को गिरफ्तार किया गया। बाद में पता चला कि वह भी छेड़छाड़ का आरोपी है। पुलिस ने कहा 'सहपाठी की भूमिका संदिग्ध है और हम उसकी जांच कर रहे हैं। क्या दोनों को किसी ने समझौता करते हुए पकड़ा, यह भी जांच का विषय है।'
विरोधाभास की वजह से जांच मुश्किल
पुलिस ने बताया कि पीड़िता के शुरुआती बयान डॉक्टर को दिए गए थे, जिसमें केवल तीन लोगों का जिक्र था और एक ने ही हमला किया। लेकिन पुलिस को दिए बयान में उन्होंने पांच लोगों द्वारा गैंगरेप का दावा किया। पुलिस अधिकारी ने कहा 'ये विरोधाभास जांच का हिस्सा हैं। हम पीड़िता के सहपाठियों से भी पूछताछ कर रहे हैं।' एक आरोपी की बहन रोजिना स्क ने पुलिस को भाई के ठिकाने की जानकारी दी, जिससे मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी हुई। उन्होंने कहा 'मैं चाहती थी कि कानून अपना काम करे।'
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