
EC SIR Latest Updates: देशभर में मतदाता सूची को और अधिक सटीक बनाने के लिए आज मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) के दूसरे चरण की शुरुआत की घोषणा की। दिल्ली में आयोजित इस प्रेस वार्ता में उन्होंने बताया कि इस चरण में मतदाता सूची के अपडेशन, नए वोटरों को शामिल करने और त्रुटियों को सुधारने का काम किया जाएगा। उन्होंने बिहार के 7.5 करोड़ मतदाताओं को विशेष धन्यवाद देते हुए उनकी सक्रिय भागीदारी की सराहना की।
अब तक 8 बार हुआ SIR
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि 1951 से 2004 के बीच देश में कुल आठ बार SIR प्रक्रिया हो चुकी है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों ने समय-समय पर मतदाता सूचियों की गुणवत्ता को लेकर अपनी चिंता जताई है। इस चरण में जिन राज्यों में SIR लागू होगा, वहां मतदाता सूची को आज रात ही फ्रीज कर दिया जाएगा, ताकि कोई भी बदलाव या नई पंजीकरण प्रक्रिया इसी के बाद शुरू हो।
SIR क्यों है जरूरी?
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि SIR की आवश्यकता कई कारणों से है। लगातार होने वाले पलायन के कारण कई मतदाता एक से अधिक जगहों पर पंजीकृत हो जाते हैं। इसके अलावा मृत मतदाताओं का नाम सूची में रह जाना और किसी विदेशी का गलत तरीके से नाम जुड़ जाना भी इसे आवश्यक बनाता है। इस प्रक्रिया से मतदाता सूची को साफ और सही बनाकर लोकतंत्र की प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने में मदद मिलेगी।
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