Pakistan: मॉनसून की बारिश ने ली 77 लोगों की जान, मंत्री ने बताया राष्ट्रीय त्रासदी

Pakistan: मॉनसून की बारिश ने  ली 77 लोगों की जान, मंत्री ने बताया राष्ट्रीय त्रासदी

नई दिल्ली:पाकिस्तान के जलवायु परिवर्तन मंत्री ने बुधवार को कहा कि पिछले तीन हफ्तों के दौरान पूरे पाकिस्तान में बारिश से संबंधित घटनाओं में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 77 लोगों की मौत हो गई है।मॉनसून की बारिश ने 14 जून से देश भर में घरों, सड़कों, पुलों और बिजली स्टेशनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, रहमान ने बारिश के कारण हुई मौतों को "राष्ट्रीय त्रासदी" करार दिया क्योंकि सैकड़ों घर नष्ट हो गए हैं। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण दूरदराज के इलाकों में बचाव कार्य में बाधा आ रही है।

आपको बता दे कि, अधिकांश मौतें बलूचिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी प्रांत में हुई है। जहां 39 लोग डूब गए या बिजली की लाइनों के गिरने से करंट लगने से मौत हुई है।समाचार एजेंसी एएनआई की एक खबर के मुताबिक मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि भारी बारिश से मरने वालों में बच्चे, पुरुष और महिलाएं शामिल हैं। सरकार राष्ट्रीय और प्रांतीय आपदा प्रबंधन अधिकारियों की मदद से बारिश से संकट में फंसे स्थानीय लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि पानी का स्तर ऊंचा है और लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि मॉनसून का पैटर्न बदल रहा है। इस समय पूरे पाकिस्तान में बारिश औसत बारिश से 87 फीसदी अधिक है।

मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMS) ने राष्ट्रीय मॉनसून को लेकर एक आपात योजना तैयार की है। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने का भी अपील की ताकि आगे जानमाल के नुकसान को रोका जा सके। मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि इन मौतों और तबाही को रोकने के लिए हमें एक व्यापक योजना की जरूरत है। क्योंकि यह पूरा विनाश जलवायु परिवर्तन के कारण हो रहा है।जबकि पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (PMD) के मुताबिक बारिश 8 जुलाई तक जारी रहेगी। मौसम विभाग ने कहा कि सिंध के दक्षिण में निम्न वायुदाब मौजूद है, जो उत्तरी अरब सागर से नमी हासिल कर रहा है। उधर दर्जनों लोगों की मौत के बाद बलूचिस्तान सरकार ने क्वेटा को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिया और प्रांतीय राजधानी में आपातकाल की स्थिति लागू कर दी। मूसलाधार बारिश से बलूचिस्तान सूबे की नदियां और नहरें उफान पर हैं।

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