Maha Navami 2025: हिंदू धर्म में नवरात्रि का अंतिम दिन महानवमी को खास दिन माना जाता है। इस सभी के घरों में मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है और भक्त पूरे श्रद्धा-भाव से कन्या पूजन करते हैं। महानवमी पर मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं। इस दिन कन्या पूजन कराना काफी शुभ माना जाता है और इससे मां दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है।
कन्या पूजन का मुहूर्त
आश्विन मास की महानवमी का पहला कन्या पूजन मुहूर्त आज सुबह 5 बजकर 01 मिनट से लेकर सुबह 6 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। इसके बाद, दूसरा मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 09 मिनट से लेकर 2 बजकर 57 मिनट पर रहेगा।
कैसे करें कन्या पूजन?
महानवमी पर कन्याओं को सम्मान पूर्वक आमंत्रित करें और उनका स्वागत करें। कन्याओं को आरामदायक स्थान पर बिठाकर उनके पैरों को दूध से धोएं और उनके माथे पर अक्षत, फूल या कुमकुम लगाएं। कन्याओं को भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा और उपहार दें। कन्याओं के पैर छूकर आशीर्वाद लें और मां भगवती की कृपा प्राप्त करें।
क्या है पूजा विधि?
मां सिद्धिदात्री की पूजा में घी का दीपक जलाएं और उन्हें फूल अर्पित करें। मां सिद्धिदात्री को विभिन्न प्रकार का भोग जैसे मिश्री, गुड़, हरी सौंफ, केला, दही, देसी घी और पान का पत्ता अर्पित करें। इसके बाद देवी मां से प्रार्थना करें कि वे सभी ग्रहों को शांत करें और सुख-शांति प्रदान करें।
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