
Health Tip: नॉन-वेज छोड़ने या मांस की मात्रा कम करने से स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है और गंभीर बीमारियों का खतरा भी घटाता है। पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों के सेवन से दिल की बीमारियों, ब्लड प्रेशर की समस्या, टाइप 2डायबिटीज, और कैंसर के जोखिम में कमी आती है। जो लोग मांस कम खाते हैं, उनका वजन उन लोगों की तुलना में कम होता है, जो अधिक मांस का सेवन करते हैं। मांस और प्रोसेस्ड फूड्स का सीमित सेवन LDLकोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है।
प्लांट बेस्ड डाइट के फायदे
प्रोसेस्ड फूड्स के बजाय मोटे अनाज खाने से आंतों के स्वास्थ्य में सुधार होता है। नॉन-वेज कम खाने से शरीर की सूजन भी घटती है। हालांकि, मांस का सेवन अचानक बंद करने से आयरन या B12की कमी, एनीमिया, और मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाने का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, आपको सप्लीमेंट्स लेने की जरूरत पड़ सकती है ताकि आवश्यक विटामिन और खनिज मिल सकें।
शोध दर्शाते हैं कि शाकाहारी आहार, जिसमें मांस नहीं होता, दिल की बीमारियों और कैंसर के जोखिम को कम करता है। पौधों पर आधारित आहार बेहतर इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप 2डायबिटीज के कम जोखिम से भी जुड़ा है। वहीं, पशु-आधारित आहार इससे उलट होता है।
वजन कंट्रोल करने में भी करता है मदद
मांस का सीमित सेवन वजन घटाने और उसे बनाए रखने में सहायक हो सकता है। 12अध्ययनों के विश्लेषण से यह पता चला है कि जिन्होंने 18सप्ताह तक शाकाहारी आहार का पालन किया, उनका वजन मांसाहारी आहार खाने वालों की तुलना में अधिक कम हुआ। कई अन्य आहार, जैसे कम कार्ब और पैलियो, भी वजन घटाने में प्रभावी पाए गए हैं।
अत्यधिक नॉन-वेज खाने से दिल और पेट से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ता है। इसके विपरीत, पौधों पर आधारित आहार से भरपूर पोषण, फाइबर, विटामिन, खनिज, और कार्बोहाइड्रेट मिलते हैं। ये स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देते हैं और पूरे दिन ऊर्जा बनाए रखते हैं।
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