
नई दिल्ली: यूरेशिया के सबसे ऊंचे एक्टिव ज्वालामुखी से हादसे की खबर सामने आई है। बता दें कि ज्वालामुखी को नजदीक से देखने गए 6 लोगों की मौत हो गई है। हादसे की वजह खराब मौसम बताया जा रहा है। हादसे की जानकारी पुलिस को दी गई जिसके बाद पुलिस ने शवों को बरामद कर जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, 12 सदस्यीय की एक टीम ज्वालामुखी की चढ़ाई करने गए हुए है। जिसमें से 6 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 6 लोग ज्वालामुखी पर चढ़ाई जारी करे हुए है। हादसे की वजह खराब मौसम बताया जा रहा है। बताया जा रहा है यह ज्वालामुखी करीब 16 हजार फीट ऊंचा है। लेकिन वह लोग 13 हजार फीट की ऊंचाई तक ही पहुंचकर वहां से सभी लोग गिर गए।
हालांकि 12 सदस्यीय टीम में से 6 लोग अभी भी जीवित है। जीवित 6 लोगों में से 2 लोग 10,800 फीट की ऊंचाई पर कैंप बनाकर ठहरे हुए हैं। वहीं 4 लोग 13,000 फीट की ऊंचाई पर एक कैंप में हैं।2 गाइड सहित 12 लोगों के इस ग्रुप ने 30 अगस्त को चढ़ाई शुरू की थी। यह सभी रूसी नागरिक हैं।
गौरतलब है कि क्लाइयुचेवस्काया सोपक ज्वालामुखी 6000 साल पहले बनी थी। साल 1697 में इसमें पहली बार विस्फोट दर्ज किया गया था। इसे रूस का सबसे खतरनाक ज्वालामुखी बताया जाता है।यह ज्वालामुखी रूस के पूर्वी इलाके कमचटका में बसा है। यह 15,884 फीट ऊंचा है।
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