ईरान में शिया तीर्थ स्थल पर आतंकी हमला, 15 लोगों ने गंवाई अपनी जान

ईरान में शिया तीर्थ स्थल पर आतंकी हमला, 15 लोगों ने गंवाई अपनी जान

नई दिल्ली: ईरान के दक्षिणी शहर शिराज में बंदूकधारियों ने बुधवार यानी 26 अक्टूबर को एक प्रमुख शिया पवित्र स्थल पर गोलियां चलाई। वही जहां एक तरफ इस घटना में कुल 15 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है। वहीं दूसरी ओर दर्जनों को घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया है। इसके अलावा स्टेट टीवी ने इस हमले के लिए तकफिरयों को जिम्मेदार ठहराया है। ये शब्द सुन्नी मुस्लिम चरमपंथियों के लिए उपयोग किया जाता है। जिन्होंने अतीत में देश के शिया बहुमत को निशाना बनाया है। हमले का हिजाब विरोधी प्रदर्शनों से कोई लेना-देना नही है।

जूलूस में 10 हजार से ज्यादा प्रदर्शनकारी थे शामिल

इससे पहले बुधवार को ही हजारों प्रदर्शनकारी 22 साल की महसा अमिनी की हिरासत में मौत के 40 दिन पूरे होने पर सड़कों पर उतर आए। बता दे कि शिया मुसलमानों में मृत्यु के बाद तमाम रीति-रिवाज होते है और मौत के 40 दिन पूरे होने पर फिर से शोक मनाया जाता है। अमीनी के कुर्द पैतृक शहर साकेज में उसके कब्र तक पहुंचने के लिए लोगों की लंबी-लंबी लाइनें लगी रही। सरकार से जुड़ी मीडिया के अनुसार, अमीनी की कब्र तक पहुंचने वाले जुलूस में 10,000 प्रदर्शनकारी शामिल थे। महिलाओं ने अपने हिजाब उतार दिए और उन्हें अपने सिर के ऊपर हवा में घुमाया।

इसके अलावा अमीनी की मौत की घटना ने एक दशक से अधिक समय में ईरान के सबसे बड़े सरकार विरोधी आंदोलन को जन्म दिया है। प्रदर्शनकारी चिल्ला रहे थे- तानाशाह मुर्दाबाद. तेहरान में दुकानें बंद हो गईं थीं और दंगा नियंत्रण पुलिस हरकत में आ गई। देश में महिलाओं के सख्त ड्रेस कोड का कथित रूप से उल्लंघन करने के मामले में अमीनी को हिरासत में लिया गया था।

Leave a comment