INTERNATIONAL FIREFIGHTERS DAY: जानें अग्निशमन दिवस का महत्व, क्या है संत फ्लोरिन कनेक्शन

INTERNATIONAL FIREFIGHTERS DAY: जानें अग्निशमन दिवस का महत्व, क्या है संत फ्लोरिन कनेक्शन

नई दिल्लीहर साल 4 मई को यानि अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस (International Firefighter's Day) मनाया जाता है। आपदा में फायरफाइटर्स के बलिदान के रूप में अग्निशमन दिवस मनाया जाता है। इस दिन अग्निशामकों के बलिदानों को चिन्हित और उन्हें सम्मानित किया जाता है। इनके बलिदान और बहादुरी के कारण लोग और पर्यावरण सुरक्षित रहते है। तेज उठती लपटें और उनके बीच किसी के उजड़ते आशियाने को बचाने के लिए ये लोग अपनी जान भी दांव पर लगा देते है।

इस दिन को मनाने के पीछे मुख्य वजह संत फ्लोरिन हैं, उनकी मृत्यु चार मई को हुई थी। वे एक संत और फायर फाइटर थे। उनके बारे में कहा जाता है कि उनके गांव में एक बार आग लग गई थी, ऐसे में उन्होंने सिर्फ एक बाल्टी पानी से आग बुझा दी थी। इसी के बाद यूरोप में हर साल चार मई को इस दिन को मनाया जाने लगा। इस खतरनाक काम को अंजाम देने के लिए ये लोग एक बार भी खुद के बारे में नहीं सोचते है। अपने फर्ज को निभाने के लिए एक फोन कॉल पर आ जाते है और धधकी आग शांत करने के लिए अपनी जान की बाजी भी लगा देते है।

अंतर्राष्ट्रीय फायरफाइटर्स डे के प्रतीक में लाल और नीले रंग के रिबन होते हैं। इस रिबन को पांच सेंटीमीटर लंबा और एक सेंटीमीटर चौड़ा काटा जाता है। जिसके शीर्ष पर दो अलग-अलग रंग होते हैं। लाल और नीले रंगों का अर्थ अलग अलग है। लाल आग के तत्व के लिए खड़ा था जबकि नीला पानी के तत्व का प्रतिनिधित्व करता है। आपातकालीन सेवाओं को सूचित करने के लिए लाल और नीले रंग मान्यता दी गई है।  

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