
भारत की तरफ से आतंक के मुद्दे पर अपनाए जा रहे सख्त रुख को आइसलैंड का भी समर्थन मिल गया है।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से उठाए गए कड़े कदमों का समर्थन करने वाले आइसलैंड ने फिर से आतंक के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में साथ देने का वादा किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और आइसलैंड के राष्ट्रपति गुओनी जॉनेसन ने द्विपक्षीय वार्ता में आतंकवाद को मानवता के लिए खतरा बताते हुए इससे मिलकर लड़ने की प्रतिबद्धता जताई। दोनों राष्ट्रपतियों के बीच वार्ता में ये भी तय हुआ कि भारत को सतत मत्स्यपालन करने के लिए आइसलैंड अपनी तकनीकों के जरिए मदद देगा। इसके अलावा दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक सहयोग और एक-दूसरे के नागरिकों को वीजा आदि में छूट देने को लेकर भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। द्विपक्षीय वार्ता के बाद राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि दोनों पक्ष अपनी वैश्विक साझेदारी को मजबूत करने के इच्छुक हैं और इसे नई गति देने के तरीकों पर चर्चा की गई।

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