छिन गया घर और परिवार...अब बचे हैं सिर्फ आंसू, तुर्की और सीरिया की ह्रदयविदारक कहानियां

भूकंप से आई तबाही के बाद तुर्की और सीरिया में हर तरफ अपनों की तलाश में दौड़ रहे लोग नजर आ रहे हैं। आंखों से बहते आंसुओं के बीच हर मलबे में किसी अपने के जिंदा होने की आस है। भूकंप से मच इस तबाही के बाद आपदाग्रस्त देशों से कई ऐसी तस्वीरें और कहानियां सामने आई हैं, जो बेहद ह्रदयविदारक हैं। कोई मलबे में अपनों को दूध रहा है तो कोई अपनों की लाशों को ढो रहा है।
बचा लीजिए...जीवनभर करूंगी गुलामी
उत्तरी सीरिया में भूकंप के 36 घंटे बाद मलबे में दबे भाई-बहन को जिंदा निकाला गया। मलबे में अपने भाई के साथ दबी बहन ने लोगों के खुद को बचने के लिए ऐसी अपील की, जो किसी का भी सीना चीर दे। सीरिया में हरम शहर के पास बसे बेसनया-बसईनेह गांव में रेस्क्यू टीम पहुंची तो उन्हें यहां मलबे में भाई-बहन दबे मिले।
बच्ची ने बचावकर्मी से कहा, मुझे यहां से बाहर निकाल लें, आप जो कहेंगे मैं करूंगी, जीवन भर आपकी नौकर बनकर रहूंगी। '' इस पर बचावकर्मी ने जवाब दिया...नहीं,... नहीं। जान के बदले बचावकर्मी से इस बच्ची की अपील ने लोगों को भावुक कर दिया है।
मलबे के ढ़ेर में गुंजी किलकारी, लेकिन...
सीरिया के ही अलेप्पो शहर से ऐसा मामला सामने आया, जो बेहद दर्दनाक है। यहां मलबे के ढ़ेर में फंसी महिला ने बच्ची को जन्म दिया और बाद में दम तोड़ दिया। बच्ची के जन्म के करीब 10 घंटे बाद जब रेस्क्यू टीम को उसके रोने की आवाज आई, तब उसे बाहर निकाला गया। मलबे के नीचे मिली ये बच्ची अब अपने परिवार की इकलौती सदस्य है।
नवजात मृत बच्चे से लिपटकर रोता पिता
सीरिया के जिंदरिस का बेहद दुखद वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक पिता अपने नवजात मृत बच्चे को गले लगाकर रो रहा है। कहा जा रहा है कि सीरिया में भूकंप ने इस नवजात की जान ले ली। पिता अपने बच्चे को कंबल में लिपटाकर कसकर पकड़े हुए है। वह लगतार अपने बच्चे को चूमते हुए रोये जा रहा है।
मलबे में दबी बेटी का हाथ छोड़ने को तैयार नहीं पिता
बहते आंसुओं के बीच तुर्की के शहर कहरामनमारस से भी एक भावुक तस्वीर सामने आई है, जहां एक पिता कई घंटो तक अपनी मृत बेटी का हाथ थामे बैठा रहा। उसकी 15 साल की बेटी की मलबे के नीचे दबने से मौत हो गई। लेकिन बेटी के जिंदा होने की आस लगाए बैठे पिता ने मरने के बाद भी उसका हाथ नहीं छोड़ा।
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