
HARYANA NEWS: हरियाणा के पलवल के बसंतगढ़ में राजस्थान के कामा के निकट उदाका गांव निवासी गोपाल ने अपनी दो पुत्री का विवाह एक ही घर में यह सोचकर किया था कि दोनों बहने अपने वैवाहिक आश्रम में खुश रहेगी। उसे नहीं पता था कि मात्र डेढ़ वर्ष में ही जिस घर से बेटी की डोली उठी थी अब वहां अर्थी का मातम छा जाएगा। पलवल के नागरिक अस्पताल में मौजूद पीड़ित गोपाल ने बताया कि उसने अपनी दो बेटियों का विवाह पलवल के बसंतगढ़ में किया था। बीती रात उसकी छोटी बेटी का फोन आया कि यहां कोई अनहोनी हो गई है जिसे लेकर वह यहां पहुंचे। तो पता चला कि उसकी 24वर्षीय पुत्री कविता की मौत हो चुकी है पीड़ित का आरोप है कि दहेज की मांग को लेकर ससुराल जनों द्वारा उसकी हत्या की गई है।
वहीं पीड़िता की मां नैनी ने रोते हुए अपनी व्यथा मीडिया के आगे सुनाई और बताया कि जब से बेटियों का विवाह यहां किया तब से दहेज की मांग की जाती रही है पीड़िता ने बताया कि उसने अपने कान के कुंडल बेचकर दहेज की मांग को पूरा किया उन्होंने बताया की मोटरसाइकिल की मांग की गई थी। जिसके लिए कुछ ही समय पहले 50हजार भी कविता के पति प्रकाश ने लिए थे। नैनी ने बताया कि उसकी बेटी का फोन भी आया था कि ससुराल में उसे पीटा गया है। इसके बाद उसने बेटी को समझाया पर उसे नहीं पता था कि आज उसका यह हश्र होगा।
नैनी ने बताया कि घर में हुई मारपीट कविता द्वारा बताए जाने के कारण उसकी और पिटाई की गई जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। वहीं अब कविता की मौत के बाद उनकी छोटी बेटी भी इस घर में वापस नहीं जाना चाहती। वहीं मृतका कविता के भाई सुमित ने बताया कि जब वह पलवल अपनी बहन के घर पहुंचे तो उनसे भी दुर्व्यवहार किया गया।
वहीं अस्पताल परिसर में मौजूद असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर गुलाब सिंह ने बताया कि पीड़ित पक्ष की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है मामले की जांच की जा रही है। जो उचित कार्रवाई बनती है। वह की जा रही है। बरहाल दहेज का दानव आज भी जिस तरह से विवाहितों की मौत का कारण बन रहा है यह एक सोचनीय विषय है। इस मामले में पुलिस जांच के बाद ही मामले की असल सच्चाई सामने आ पाएगी।
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