
नई दिल्ली : कहते है मां अपनी औलाद को अपने खून से सींच कर बड़ा करती है. लेकिन पिता अपनी औलाद को अपने कड़े श्रम, मेहनत और बाहर धूप की कड़ी तपस्या कर अपनी औलाद को हर सुख देकर सींचते है. एक पिता ज्यादातर बेटियों के हीरो होते है. पिता और बेटी का रिश्ता काफी खास माना जाता है. जितना एक बेटे का अपने पिता से नही होता. वहीं आज 'फादर्स डे'है.
आपको बता दें कि, आज इंटरनैश्नल 'फादर्स डे'है.पिता चाहें, अरबपति हो या करोड़पति, पिता चाहे महल का राजा हो या एक झोपड़ी का अपनी औलाद का हमेशा खास दोस्त होता है.जितना मां का प्यार बच्चो के लिए एक ठंडी हवा सा होता है. ऐसे ही पिता का प्यार अपने बच्चो के लिए थोड़ा गर्म सही पर सच्चा होता.
एक पिता कितना भी गुस्से वाला ही क्यों न हो लेकिन वो अपनी औलाद के गुस्सा होने पर हमेशा उसका गुस्सा खुशी-खुशी सहता है. मां-बाप का प्यार का प्यार हमेशा नसीब वाले को मिलता है. साथ ही लानद है ऐसी औलाद पर जिनके मां-बाप होते हुए भी उनकी कदर नही करते. ऐसी औलाद को मां-बाप की कीमत तब पता लगती है. जब मां-बाप का हाथ उनके सर से उठ जाता है.
वहीं आज बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक आज 'फादर्स डे'की धूम है.लेकिन ये बात भी बात सच है कि, आजकल शो शाई और दिखावा करने का जमाना है. आज की जनरेशन सभी दिनों को किसी ना किसी नाम से मनाती है. कोई दिन फादर्स डे है या कोई दिन मदर्स डे है. लेकिन मानने वाले मानते है और न मानने वाल कुछ भी नही मानतें.
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