
नई दिल्ली: कोरोना काल के दो साल बाद मुस्लिम समुदाय को हज करने का मौका मिल रहा है। इस मौके पर भारी तादात में हज करने पहुंच रहे है। बिजनौर जिले के जायरीनों का पहला जत्था रवाना हो चुका है। दिल्ली एयरपोर्ट पर खुद दिल्ली स्टेट हज कमेटी के चेयरमेन बिजनौर के चांदपुर निवासी मुख्तार अहमद हाजियों का इस्तकबाल कर रहे हैं। वहीं खाड़ी देश ने पहले ही कह दिया था कि बिना परमिट के यात्रा करने वाले हाजियों को गिरफ्तार कर उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। बावजूद इसके सैकड़ों लोग बिना परमिट हज यात्रा करते पकड़े गए हैं।
बावजूदइसके सऊदी अधिकारियों ने ऐसे लगभग 300 लोगों को गिरफ्तार किया है जो बिना परमिट हज यात्रा करने की कोशिश कर रहे थे। खबरों के मुताबिक, सऊदी अधिकारियों ने सोमवार को जानकारी दी कि सभी गिरफ्तार किए गए लोगों पर जुर्माना लगाया गया है।हज सुरक्षा के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद अल-बसामी ने सरकारी मीडिया पर प्रसारित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'कुछ 288 नागरिकों और निवासियों को हज नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।' लेफ्टिनेंट जनरल ने बताया कि सभी लोगों पर 10,000 सऊदी रियाल (2 लाख 10 हजार 633 रुपये) का जुर्माना लगाया गया है।
बसामी ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में बिना परमिट यात्रियों के मक्का में प्रवेश को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। मक्का के ग्रैंड मस्जिद के चारों तरफ सुरक्षा घेरा बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि 69 हजार से अधिक वाहनों में लगभग एक लाख लोगों को प्रवेश करने से फिलहाल के लिए रोक दिया गया है।सऊदी अरब इस साल 10 लाख लोगों को हज यात्रा की अनुमति दे रहा है। कोरोनो वायरस महामारी के कारण दो सालों तक सऊदी अरब ने विदेशियों की हज यात्रा पर पाबंदी लगाई थी। इस बार विदेशों से 8 लाख 50 हजार लोग सऊदी हज यात्रा पर आ रहे हैं।सऊदी अधिकारियों ने बताया कि रविवार तक कम से कम 6 लाख 50 हजार लोग हज के लिए विदेशों से पहुंचे हैं। हज यात्रा आधिकारिक तौर पर बुधवार को शुरू होगी, लेकिन हाजी सोमवार से ही धार्मिक कामों में लगे हैं।
हज के लिए सभी देशों का कोटा निर्धारित करता है सऊदी अरब
सऊदी अरब हर देश के मुसलमानों के लिए एक कोटा निर्धारित करता है। इसमें मुस्लिम बहुल देश इंडोनेशिया का कोटा सबसे अधिक होता है। इंडोनेशिया के बाद पाकिस्तान, भारत और बांग्लादेश जैसे देशों से सबसे अधिक मुसलमान हज यात्रा के लिए जाते हैं। इंडोनेशिया से इस बार 1 लाख 51 लोग, पाकिस्तान से 81 हजार 132 लोग, भारत से 79 हजार 237 लोग और बांग्लादेश से 57 हजार 585 लोग हज यात्रा पर जा रहे हैं।
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