शांति, सहिष्णुता और सद्भाव का प्रतीक, अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर को देखने पहुंचे विदेश मंत्री

शांति, सहिष्णुता और सद्भाव का प्रतीक, अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर को देखने पहुंचे विदेश मंत्री

नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर अबू धाबी के तीन दिवसीय दौरे पर है। वहीं विदेश मंत्री जयशंकर ने बुधवार अबू धाबी में पहला निर्माणाधीन हिंदू मंदिर के स्थल का दौरा भी किया। उन्होंने इस मंदिर को शांति, सहिष्णुता और सद्भाव का प्रतीक बताया।वहीं खाड़ी देश की यात्रा पर यूएई(UAE) पहुंचे जयशंकर ने भी प्रतिष्ठित मंदिर के निर्माण में भारतीयों के प्रयासों की सराहना भी की है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर नेट्वीटकर कहा कि, “गणेश चतुर्थी पर, अबू धाबी में निर्माणाधीन हिंदू मंदिर के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। तेजी से प्रगति देखकर खुशी हुई और इसमें शामिल सभी लोगों की भक्ति की गहराई से सराहना की। साइट पर बीएपीएस टीम, समुदाय समर्थकों और भक्तों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।”वहीं उन्होंने सहिष्णुता और सह-अस्तित्व मंत्री शेख नाहयान बिन मबारक अल नाहयान से भी मुलाकात की और भारतीय समुदाय, योग गतिविधियों, क्रिकेट और सांस्कृतिक सहयोग के लिए उनके मजबूत समर्थन की सराहना की।

यूएई के विदेश मंत्री और एस जयशंकर की चर्चा

वहीं अपने यूएई दौरे पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएई के विदेश मंत्री शेख अबदुल्ला बिन जायद से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीति साझेदारी पर चर्चा की।

कैसा है अबू धाबी में बन रहा पहला हिंदू मंदिर

अबू धाबी में शानदार तरह से पहले हिंदू मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। मंदिर का निर्माण 55 हजार स्क्वायर मीटर जमीन पर हो रहा है। खास बात है कि सिर्फ अबूधाबी ही नहीं बल्कि सभी मिडिल ईस्ट देशों में यह पहला ट्रेडिशनल हिंदू मंदिर है।

मंदिर में मूर्तियां स्थापित, अभी कई हिस्सों में निर्माण जारी

अबू धाबी में बन रहा पहले हिंदू मंदिर में मूर्तियों को तो स्थापित कर दिया गया, लेकिन अभी मंदिर के कुछ हिस्सों का निर्माण कार्य बाकी है, जो चल रहा है। कहा जा रहा है कि साल 2024 तक आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. हालांकि, कोई आधिकारिक जानकारी इस बारे में नहीं मिली है।

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