ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर, हमने आतंकवाद और उग्रवाद के बारे में भी चिंताओं को साझा किया- विदेश मंत्री

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर, हमने आतंकवाद और उग्रवाद के बारे में भी चिंताओं को साझा किया- विदेश मंत्री

नई दिल्ली:  भारत के विदेश मंत्री इन दिनों ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है। इस दौरे के दौरान ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मारिस पायने से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि कोविड के इस बहुत कठिन दौर में भी दोनों देशों के बीच लगातार बहुत सी चर्चाएं हमारे संबंधों में आए बड़े परिवर्तन को दर्शाती हैं।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि मैं ऑस्ट्रेलिया सरकार द्वारा सीमाओं को खोलने के फैसले का स्वागत करता हूं, जिससे उन लोगों की मदद मिलेगी जो भारत में वापस आने का इंतजार कर रहे हैं, विशेष रूप से छात्रों और अस्थायी वीजा धारकों को। इस कदम की सराहना की जानी चाहिए। हम इंडो-पैसिफिक में व्यापक समावेशी विकास सुनिश्चित करते हुए अधिक विश्वसनीय और लचीला आपूर्ति श्रृंखला बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

एस. जयशंकर ने कहा कि हमने आतंकवाद और उग्रवाद के बारे में भी चिंताओं को साझा किया। सीमा पार आतंकवाद को लेकर हम गंभीर हैं। बहुपक्षीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाने और आतंकवाद विरोधी सहयोग को बढ़ावा देने का हमारा साझा प्रयास है। उन्होंने कहा कि चीन द्वारा 2020 में सीमा पर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती न करने के लिखित समझौतों की अवहेलना के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। जब एक बड़ा देश लिखित प्रतिबद्धताओं की अवहेलना करता है, तो यह पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंता का विषय है।   

मेलबर्न में ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पायने ने कहा कि हमें विश्वास है कि ये समझौता(CECA) दोनों देशों के लिए नए व्यापार और निवेश के अवसर पैदा करेगा। विशेष रूप से हमारी अर्थव्यवस्थाओं को कोविड के प्रभाव से उबरने में मदद होगी। ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच व्यापार और निवेश में गहरे संबंध हैं। डेन तेहान व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते के लिए एक दौर की बातचीत के बाद भारत से लौट रहे हैं।

मारिस पायने ने कहा कि मैत्री स्कॉलर प्रोग्राम के तहत ऑस्ट्रेलिया सरकार ऑस्ट्रेलिया के अग्रणी विश्वविद्यालयों में अध्ययन के लिए भारतीय छात्रों की मदद के लिए 4 वर्षों में 11 मिलियन अमेरिकी डॉलर की सहायता राशि देगी। हम दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक समर्थन और रचनात्मक उद्योगों की बढ़ावा देने के लिए मैत्री सांस्कृतिक साझेदारी के तहत 4 वर्षों में 6 मिलियन डॉलर से अधिक खर्च करेंगे। 

Leave a comment