भारत के अलावा इन देशों में भी जन्माष्टमी की धूम, जानें विदेशों में कैसे मनाया जाता है त्योहार

Janmashtami 2025:जन्मे हैं कृष्ण कन्हाई, गोकुल में बजे बधाई... यह गीत सुनकर क्या याद आता है? सही पहचाना! भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन, यानी जन्माष्टमी, नजदीक है। 16अगस्त को ये पर्व मनाया जाएगा है। वैसे तो यह त्योहार हम भारतीयों के लिए विशेष महत्व रखता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के कई अन्य देशों में भी यह पर्व उतने ही उत्साह के साथ मनाया जाता है? अपने देश से दूर विदेशों में रहने वाले भारतीय अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़े रहने के लिए जन्माष्टमी को बड़े जोश के साथ मनाते हैं। आइए जानते हैं कि फिजी से लेकर पेरिस तक, दुनियाभर में यह त्योहार कितने धूमधाम से मनाया जाता है।
वैश्विक स्तर पर कुछ इस तरह मनाई जाती है जन्माष्टमी
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नेपाल:नेपाल में जन्माष्टमी पर भक्त दिनभर उपवास रखते हैं और आधी रात को भगवान कृष्ण के जन्म के साथ भजन-कीर्तन शुरू करते हैं। मंदिरों को फूलों और रोशनी से सजाया जाता है, विशेषकर काठमांडू के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर में हजारों भक्त दर्शन के लिए उमड़ते हैं। दूध, दही और माखन का भोग इस परंपरा का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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पेरिस:पेरिस के इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी का उत्सव भक्ति से भरपूर होता है, जहां भगवान कृष्ण और राधा की विशेष पूजा, मूर्तियों का स्नान, भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण होता है। खास बात यह है कि यहां केक काटकर भी उत्सव मनाया जाता है।
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सिंगापुर:सिंगापुर में जन्माष्टमी की धूम बाजारों में मूर्तियों, बांसुरी और मोरपंख की बिक्री से शुरू होती है। श्रीलक्ष्मी नारायण मंदिर में विशेष सजावट और भजन-कीर्तन के आयोजन होते हैं, जिसका भक्तिमय माहौल विदेशियों को भी आकर्षित करता है।
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फिजी:फिजी में जन्माष्टमी को 'कृष्णा अष्टमी' कहा जाता है, जो पूरे आठ दिनों तक चलती है। इस दौरान भारतीय मूल के लोग मंदिरों और घरों में भजन-कीर्तन करते हैं और भगवान कृष्ण की लीलाओं व कहानियों को साझा करते हैं, जिससे भक्तिमय माहौल बनता है और लोग अपनी संस्कृति से जुड़े रहते हैं।
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बांग्लादेश:बांग्लादेश में, विशेषकर ढाका और अन्य बड़े शहरों में, जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाती है। ढाकेश्वरी मंदिर में विशेष पूजा और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जिसमें हजारों भक्त शामिल होते हैं। श्रीकृष्ण के जीवन पर आधारित झांकियां और शोभायात्राएं इस उत्सव की शोभा बढ़ाती हैं।
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