
Govinda-Sunita Ahuja Divorce: बॉलीवुड के हीरो नंबर वन गोविंदा का 38साल पुराना वैवाहिक रिश्ता अब टूटने की कगार पर है। उनकी पत्नी सुनीता आहूजा ने बांद्रा फैमिली कोर्ट में तलाक की याचिका दायर की है, जिसमें हिंदू विवाह अधिनियम 1955की धारा 13(1)(i), (ia), और (ib) के तहत व्यभिचार, क्रूरता और परित्याग जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। सुनीता का कहना है कि ये कारण उनके दशकों लंबे रिश्ते को खत्म करने के लिए काफी हैं। इस खबर ने फैंस को शॉक्ड कर दिया है, क्योंकि गोविंदा और सुनीता की जोड़ी को बॉलीवुड की सबसे मजबूत जोड़ियों में गिना जाता था।
गोविंदा की कोर्ट में गैरहाजिरी
कोर्ट ने गोविंदा को 25मई 2025को समन भेजा था, लेकिन अभिनेता ने अब तक किसी भी सुनवाई में हिस्सा नहीं लिया। उनकी अनुपस्थिति ने कोर्ट को नाराज कर दिया, जिसके बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। दूसरी ओर, सुनीता जून 2025से हर सुनवाई में मजबूती से डटी हुई हैं। सोशल मीडिया पर फैंस और युवा इस ड्रामे को लेकर चर्चा कर रहा है, कई लोग सुनीता के साहस की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ गोविंदा के साइलेंस पर सवाल उठा रहे हैं।
गोविंदा की नेटवर्थ और भरण-पोषण का सवाल
गोविंदा की नेटवर्थ 150-170करोड़ रुपये के आसपास है, जिसमें जूहु का ‘जल दर्शन’ बंगला (16करोड़ रुपये से ज्यादा) और मुंबई, कोलकाता, रायगढ़, लखनऊ में प्रॉपर्टीज शामिल हैं। तलाक के बाद भरण-पोषण की राशि गोविंदा की आय, सुनीता की आर्थिक स्थिति और उनके 38साल के वैवाहिक जीवन के आधार पर तय होगी। कानूनी जानकारों का अनुमान है कि गोविंदा को 35-40करोड़ रुपये तक देना पड़ सकता है, जो उनकी आय का 25%हो सकता है।
क्या टूटेगा यह रिश्ता?
तलाक की प्रक्रिया में अस्थायी भरण-पोषण और स्थायी राशि तय होगी, लेकिन असली सवाल यह है कि क्या गोविंदा कोर्ट में जवाब देंगे? सुनीता के आरोपों—व्यभिचार, क्रूरता और परित्याग—ने इस केस को और भी इमोशनल बना दिया है। फैंस के लिए यह सिर्फ एक तलाक का केस नहीं, बल्कि प्यार, विश्वास और रिश्तों की जटिलताओं की कहानी है। क्या यह जोड़ी फिर से एक हो पाएगी, या कोर्ट में लिखी जाएगी एक नई कहानी?
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