NEW DELHI: देश की राजधानी दिल्ली में चल रही इलेक्ट्रिक बसों में बार-बार आ रही परेशानियों के कारण अब परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने एक बड़ा फैसला लिया है। गहलोत ने परिवहन कमिश्नर को कड़े निर्देश दे दिए हैं, अगर रविवार तक नई शामिल इलेक्ट्रिक बसों की तकनीकी खामियां दूर नहीं की गईं तो उन्हें 10 जुलाई से परिचालन में नहीं लाया जाएगा।
आपको बता दें कि, ये निर्देश 30 जून को दिल्ली परिवहन निगम में शामिल की गई इन बसों के खराब होने की बढ़ती घटनाओं के बीच आया है। परिवहन कमिश्नर आशीष कुंद्रा को भेजे गए अपने पत्र में गहलोत ने कहा कि तीन में से एक ई-बस रोजाना खराब हो रही है। उन्होंने कहा, "यह बहुत बड़ी चिंता का विषय है कि जो बसें एक हफ्ता भी पुरानी नहीं हुई हैं, वे लगातार खराब हो रही हैं।"
दिल्ली ने हाल ही में टाटा मोटर्स के तहत 100 ई-बसों का संचालन शुरू किया है। निर्देश के बाद, कुंद्रा ने टाटा मोटर्स को पत्र लिखकर कहा कि बसों ने "निराशाजनक परिचालन परिणाम" दिखाए हैं।
टाटा मोटर्स ने कहा कि शुरुआती गड़बड़ियों को मायापुरी डिपो में एक एक्सपर्ट टीम द्वारा प्राथमिकता के आधार पर ठीक किया जा रहा था, जहां कंपनी ने बेड़े को चार्ज करने, बनाए रखने और संचालित करने के लिए एक अत्याधुनिक सक्षम पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित किया था। कंपनी ने कहा कि ई-बसें केवल 6 दिनों में कुल मिलाकर 1,00,000 किमी से अधिक की दूरी तय कर चुकी हैं। इसमें कहा गया है कि अच्छे परिणाम देने के लिए इन बसों को कभी-कभी वास्तविक परिचालन स्थितियों (actual operating conditions) के तहत कस्टमाइजेशन की जरुरत होती है।
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