Digital Education System: आज के दौर में शिक्षा की तस्वीर तेजी से बदल रही है। जहां कभी होमवर्क की किताबें और ब्लैकबोर्ड ही पढ़ाई के केंद्र थे, वहीं अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने सब कुछ उलट-पुलट कर दिया है। होमवर्क जेनरेट करने से लेकर व्यक्तिगत ट्यूटर्स तक, AI स्कूलों को एक नई दिशा दे रहा है। सितंबर 2025तक की ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, AI शिक्षा बाजार 2025में 8.30बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है, जो 2024के 5.88बिलियन से 41%की वृद्धि दर्शाता है। लेकिन यह बदलाव सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि सामाजिक और नैतिक चुनौतियों से भरा भी है।
होमवर्क का AI क्रांति
पहले होमवर्क का मतलब था रातभर किताबों में सिर झुकाना, लेकिन अब 54%छात्र दैनिक या साप्ताहिक आधार पर AI टूल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। चैटजीपीटी जैसे टूल्स से असाइनमेंट जेनरेट करना आम हो गया है। एक सर्वे के अनुसार, 66%छात्र इसे पढ़ाई के लिए इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इससे चीटिंग की समस्या भी बढ़ी है। अमेरिका के हाई स्कूलों में छात्रों का कहना है कि AI ने 'बाहरी परिणामों' पर फोकस बढ़ा दिया है, जबकि आंतरिक विकास कम हो गया।
हालांकि, सकारात्मक पक्ष भी कम नहीं। शिक्षक AI से असाइनमेंट बनाते हैं, ग्रेडिंग करते हैं और कस्टम क्विज तैयार करते हैं। कैलिफोर्निया की एक शिक्षिका सैली हबर्ड बताती हैं कि AI से उन्हें साप्ताहिक 5-10घंटे बचते हैं, जिससे छात्रों से जुड़ने का समय मिलता है। 2025में, 35%स्कूलों में AI चैटबॉट्स हैं, जिनसे छात्रों की संलग्नता 45%बढ़ी है। भारत जैसे देशों में भी, जहां डिजिटल डिवाइड बड़ा है, AI ऐप्स जैसे डुओलिंगो मैक्स या खान अकादमी के AI टूल्स ग्रामीण छात्रों को व्यक्तिगत गाइडेंस दे रहे हैं।
AI टीचर्स का नया दौर
AI अब सिर्फ सहायक नहीं, बल्कि 'को-प्रोफेसर' बन रहा है। 2025के ट्रेंड्स के अनुसार, AI एजेंट्स लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम (LMS) में एकीकृत होकर छात्रों की प्रगति के आधार पर कंटेंट कस्टमाइज करते हैं। लेकिन विशेष जरूरतों वाले छात्रों के लिए AI गेम-चेंजर है। डिस्लेक्सिया या ADHD जैसी विकलांगताओं का जल्दी पता लगाने में AI 82%विशेष शिक्षकों को बेहतर संलग्नता दे रहा है। न्यूरोडाइवर्स छात्रों के लिए कस्टमाइज्ड इंटरफेस, जैसे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के एजुकेशन 4.0फ्रेमवर्क में वर्णित, सीखने को समावेशी बना रहे हैं। स्टैनफोर्ड के AI+एजुकेशन समिट 2025में चर्चा हुई कि AI वर्चुअल रियलिटी और एपिजेनेटिक्स जैसे क्षेत्रों में सहयोगी क्लासरूम टूल्स विकसित कर रहा है।
बता दें, 2025 में सरकारें सक्रिय हो रही हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अप्रैल में AI को सभी विषयों में एकीकृत करने का एक्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी किया, जिसमें पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप पर जोर है। सितंबर में, क्वालकॉम जैसे संगठनों ने AI लिटरेसी कंटेंट को K-12 प्रोग्राम्स में जोड़ा, जैसे कोड.ऑर्ग का AI फाउंडेशंस कोर्स। यूनेस्को ने सितंबर 2025 में पेरिस में 'AI एंड फ्यूचर ऑफ एजुकेशन' कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जहां AI को SDG 4 (गुणवत्तापूर्ण शिक्षा) के लिए उपयोगी लेकिन जोखिमपूर्ण बताया। सऊदी अरब ने 2025-26 से पब्लिक स्कूलों में AI करिकुलम शुरू किया।
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