
Winter Session 2025: विदेशी नेताओं के भारत दौरे के दौरान विपक्षी नेताओं का उनसे नहीं मिलवाने पर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, "जो भी बाहर से आते हैं, उनकी नेता प्रतिपक्ष के साथ बैठक होती है, यह परंपरा रही है। लेकिन आजकल यह होता कि विदेशी गणमान्य व्यक्ति आते हैं या जब मैं कहीं बाहर जाता हूं तो सरकार उनको सुझाव देती है कि नेता प्रतिपक्ष से नहीं मिलना चाहिए, तो यह(सरकार) उनकी नीति है। ये हर बार ऐसा करते हैं। संबंध तो सबके साथ है। हम भी हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व करते हैं सिर्फ सरकार प्रतिनिधित्व नहीं करती है। सरकार नहीं चाहती कि विपक्ष के लोग बाहर के लोगों से मिलें।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि आमतौर पर यह परंपरा रही है कि जो भी बाहर से आता है, वह विपक्ष के नेता से ज़रूर मिलता है। वाजपेयी जी और मनमोहन सिंह जी की सरकारों में भी ऐसा होता था। यह परंपरा रही है। लेकिन आजकल, जब भी कोई विदेशी गणमान्य व्यक्ति या मैं विदेश जाता हूं, तो सरकार उन्हें विपक्ष के नेता से न मिलने की सलाह देती है। यह उनकी नीति है और वे हमेशा ऐसा करते हैं।
भगवान ही जाने कि उन्हें किस बात का डर है- वाड्रा
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के इस आरोप पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "यह बहुत अजीब है। एक प्रोटोकॉल होता है और सभी आने वाले गणमान्य व्यक्ति नेता प्रतिपक्ष से मिलते हैं। सरकार इस प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रही है और उनकी सभी नीतियां इसी पर आधारित हैं। वे नहीं चाहते कि कोई अपनी आवाज़ उठाए। वे किसी और की राय नहीं सुनना चाहते। उन्हें लोकतंत्र के प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। भगवान ही जाने कि उन्हें किस बात का डर है।
दुनिया में लोकतंत्र की छवि धूमिल हुई है- प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी राय रखने का अधिकार होना चाहिए, चर्चा होनी चाहिए और उचित कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार असुरक्षित है और यह फैसला उसी का प्रतिबिंब है। इस प्रोटोकॉल को तोड़कर और उलटकर उन्हें क्या मिलेगा? यह उनकी असुरक्षा है। दुनिया में लोकतंत्र की छवि धूमिल हुई है।
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