DELHI NEWS: प्रदूषण को लेकर भी सरकार गंभीर, प्रभावी उपाय किए जा रहे हैं: सीएम रेखा गुप्ता

DELHI NEWS: प्रदूषण को लेकर भी सरकार गंभीर, प्रभावी उपाय किए जा रहे हैं: सीएम रेखा गुप्ता

नई दिल्लीदिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का कहना है कि दिल्ली के लोगों ने इस बार उजाले, वैभव और मिलन के पर्व दीपावली को दिल से और तनावमुक्त होकर मनाया। सालों बाद दीपावली पर इस बार दिल्ली की रौनक, आभा और जगमगाहट अलग ही दिखी। मुख्यमंत्री ने इसके लिए सर्वोच्च न्यायालय का भी आभार व्यक्त किया है, जिसने इस पर्व की परंपरा को ध्यान में रखते हुए ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दी।

मुख्यमंत्री का यह भी कहना है कि उनकी सरकार प्रदूषण को लेकर भी चिंतित है और इसकी रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय कर रही है। उन्होंने दिल्ली के लोगों की भी प्रशंसा की है कि जिन्होंने इस पर्व पर प्रदूषण के बजाय उल्लास को प्राथमिकता दी। मुख्यमंत्री के अनुसार सालों बाद दिल्ली वालों को ऐसी दीपावली मनाते देख उन्हें संतोष और आनंद का अनुभव हुआ।

दीपावली पर अलग ही रंग में दिखी राजधानी

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली से पहले और दीपावली तक पूरी दिल्ली का वातावरण अलग ही रंग में दिखा। बाजारों में खूब रौनक रही। खरीदारी के लिए लोग बाजारों में चले आए तो लोगों ने अपने घरों को चमकाने के लिए खूब मेहनत की। दिल्ली वालों को पहले से ही आभास था कि इस बार दिल्ली में ऐसी सरकार है जो सनातन परंपरा के साथ-साथ तात्कालीन आवश्यकताओं और भावनाओं का भी ध्यान रखती है। लोगों ने दिल्ली सरकार पर विश्वास व्यक्त किया और दिल से दीपावली मनाने के लिए जुट गए। वर्षों बाद ऐसा हुआ कि दीपावली से पहले तक दिल्ली का प्रदूषण बेहद कंट्रोल में रहा, उसका कारण यह था कि उसे नियंत्रित करने के लिए हमारी सरकार प्रभावी उपाय कर रही थी। मुख्यमंत्री ने कहा दीपावली की रात पूरी दिल्ली की आभा, रोशनी और चमक देखने लायक थी। दिल्लीवासियों में दीपावली उत्सव को लेकर अलग ही उत्साह था। उन्होंने दिल्ली वालों का धन्यवाद दिया, जिन्होंने दिल्ली के प्रदूषण को कम रखने के लिए संजीदगी दिखाई और सर्वोच्च न्यायालय का मान रखते हुए ग्रीन पटाखों को प्राथमिकता दी।

दीपावली पर्व पर लापरवाह बनी रही पूर्व सरकार

दिल्ली की मुख्यमंत्री के अनुसार हमारी सरकार चाहती थी कि दीपावली पर्व पर ग्रीन पटाखे चलाने की इजाजत दी जाए। इसलिए हमने सर्वोच्च न्यायालय से निवेदन किया। सर्वोच्च न्यायालय ने देश की सांस्कृतिक संवेदनाओं और जनभावनाओं को समझते हुए ग्रीन पटाखों के सीमित उपयोग पर सहमति व्यक्त की। मुख्यमंत्री के अनुसार दिल्लीवासी करीब सात सालों से इस पर्व को लेकर उहापोह की स्थिति में थे। पहले सर्वोच्च न्यायालय ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पटाखों पर सीमित प्रतिबंध लगाना शुरू किया।

इस दौरान दिल्ली की पूर्व सरकार ने प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए कोई प्रभावी उपाय तो नहीं किए और दीपावली पर पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन इसका परिणाम सकारात्मक नहीं रहा, क्योंकि दिल्ली में अवैध रूप से लाए पटाखे चले, जिसने दिल्ली का प्रदूषण गंभीर रूप से दूषित किया। इस बार दिल्लीवासियों के लिए दीपावली का पर्व दूनी खुशियां लेकर आया। उन्होंने दीये जलाए, रंगोली बनाई और मिठाइयां तो बांटी ही, साथ ही ग्रीन पटाखों का प्रयोग कर धरती और आसमान दोनों को जगमग कर दिया। मुख्यमंत्री के अनुसार सालों बाद दिल्ली वालों को ऐसी दीपावली मनाते देख उन्हें संतोष और आनंद मिला है।

प्रदूषण रोकथाम के लिए प्रभावी प्रयास

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यह भी जानकारी दी कि दिल्ली के प्रदूषण को लेकर हमारी सरकार शुरू से ही गंभीर थी। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए सरकार कई प्रभावी उपाय कर रही है, ताकि आमजन विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों का स्वास्थ्य सामान्य रहे। इन उपायों में धूल जनित प्रदूषण को कम करने के लिए 1000वॉटर स्प्रिंकलर और 140एंटी-स्मॉग गन तैनात किए गए हैं। सड़कों पर यांत्रिक सफाई की जा रही है। इसके लिए 70मैकेनिकल रोड स्वीपर और हाईटेक सुपर सकर मशीनें तैनात की जा रही हैं, जिनमें पानी के छिड़काव की सुविधा भी शामिल है। प्रदूषण रोकने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से निर्माण और ध्वस्तीकरण (demolition) स्थलों पर धूल नियंत्रण नियमों के सख्त पालन के लिए निरीक्षण बढ़ाए गए हैं।

ईवी सार्वजनिक परिवहन प्राथमिकता

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदूषण को रोकने और पर्यावरण को बेहतर बनाए रखने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य वर्ष 2027 तक 10,000 इलेक्ट्रिक बसें चलाना है। इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए लगातार पब्लिक और सेमी पब्लिक चार्जिंग स्टेशन लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि दिल्ली सरकार प्रदूषण रोकने के लिए कृत्रिम वर्षा (क्लाउड सीडिंग) की योजना पर सक्रिय रूप से काम कर रही है। इसे क्रियान्वित करने के लिए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) से उपयुक्त बादलों और नमी की स्थिति के लिए हरी झंडी मिलने का इंतजार किया जा रहा है।

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