
नई दिल्ली: इस साल का सितंबर महीना देश-दुनिया के लिए बाढ़ और चक्रवातों जैसी प्राकृतिक आपदाओं से घिरा हुआ दिख रहा हैं। आए दिन किसी न किसी देश में भारी बारिश से लोगों पर संकट मंडराता रहता है। ताजा हालात भारत, पाकिस्तान और कनाड़ा का है। जहां लगातार बारिश से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्थ हैं। कई लोगों ने इस बाढ़ में अपनो को खो दिया तो कई लोग बेघर हो गए।
बात करे कनाड़ा की तो कल यानि शनिवार को तेज तूफान ने भारी तबहाई मचा दी। इस तूफान का नाम फिओना है। ये तूफान इतना तेज था की लोग अपने घरों से बेघर हो गए। बिजली व्यवस्था शरमा गई। भारी बारिश तेज हवा की वजह से जो तूफान आया उससे कई पेड़ो को भी नुकसान हुआ है। बड़े-बड़े पेड़ जड़ों से उखड़ गएं। साथ ही लोगों की बाहर खड़ी गाड़ियों को भी नुकसान हुआ हैं। पेड़ गिरने से कारण बिजली को काटना तो पड़ा साथ ही लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हो गए। केप ब्रेटन क्षेत्रीय नगर पालिका के मेयर और परिषद द्वारा व्यापक बिजली कटौती, सड़कों पर यातायात के बंद होने और घरों को नुकसान के बीच स्थानीय आपातकाल की स्थिति घोषित की गई है। लोग आपातकालीन कर्मचारियों को लगातार कॉल कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि दक्षिणी ओंटारियो में ब्रेंट काउंटी में उनके कैंपिंग ट्रेलर पर एक पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए, जबकि 70वर्षीय एक महिला की आंधी के दौरान एक पेड़ की चपेट में आने से मौत हो गई।
रक्षा मंत्री अनीता आनंद ने शनिवार को कहा कि सैनिक गिरे हुए पेड़ों और अन्य मलबे को हटाने में मदद करेंगे, परिवहन संपर्क बहाल करेंगे और जो कुछ भी आवश्यक होगा वह तब तक करेंगे जब तक इसमें समय लगता है। उसने यह स्पष्ट नहीं किया कि कितने सैनिकों को तैनात किया गया। कनेडियन हरिकेन सेंटर के अनुसार, तूफान ने शनिवार की सुबह पूर्वी गाइसबोरो काउंटी, एन.एस. को पार किया और इसकी वजह से तेज हवा के साथ बारिश हुई। बता दें कि इसके पहले इसे विनाशकारी तूफान बताया जा रहा था। तूफन से पहले देश में करीब 1.50 लाख लोगों को अलर्ट किया गया था।
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