
नई दिल्ली: चीन में कोरोना की रफ्तार एक बार फिर तेज होती दिख रही है। चीन में कोरोना के दो मरीजों की मौत हुई है। एक साल से भी अधिक समय के बाद चीन में कोरोना के मरीजों की मौत हुई है। चीन में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बाद विश्व के तमाम देशों ने एक बार फिर चिंता जाहिर की है। यहां फरवरी 2020 के बाद से सबसे बुरी स्थिति बताई जा रही है। चीन में कुछ दिन से 3 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए है।
चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच शंघाई में स्कूलों को फिलहाल बंद कर दिया गया है। इसके अलावा चीन के कई पूर्वोत्तर शहरों में लॉकडाउन लगा दिया गया है ताकि कोरोना की रफ्तार पर लगाई जा सके। वहीं, बढ़ते संक्रमण के मामलों के बीच बीजिंग में आने वाले लोगों के न्यूक्लिक एसिड टेस्ट को अनिवार्य कर दिया गया है। शहर में प्रवेश करने के सात दिनों तक लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर जाने, ग्रुप में खाना खाने पर प्रतिबंध लगा गया है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि डेल्टाक्रॉन कोरोना के डेल्टा और ओमिक्रॉन वैरिएंट से मिलकर बना है। इस वैरिएंट का बैकबोन डेल्टा से बना है और इसका स्पाइक ओमिक्रॉन से। इन दोनों वैरिएंट के मिलने से बनने के कारण ही इसे डेल्टाक्रॉन नाम दिया गया है।
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