DRAGONS ROAR: ताइवान दिवस के मौके पर सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास करेगा चीन,100 से अधिक विमान लेंगे हिस्सा

DRAGONS ROAR: ताइवान दिवस के मौके पर सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास करेगा चीन,100 से अधिक विमान लेंगे हिस्सा

नई दिल्ली:  अमेरिकी मंत्री नेन्सी पलोसी की ताइवान यात्रा के चीन और ताइवान के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। एक तरफ चीन ताइवान की सीमा में लगातार घुसपैठ कर रहा है,वहीं ताइवान भी अपने बचाव में युद्ध की तैयारियों में लग गया है। इसी बीच चीन की सेना ने एक बार फिर सोमवार को ताइवान के आसपास के समुद्र और हवाई क्षेत्र में नए सैन्य अभ्यास की घोषणा की है।

अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी द्वारा पिछले सप्ताह ताइपे की यात्रा के विरोध में चीन इस बार सबसे बड़े अभ्यास के निर्धारित किया है। बता दे कि चीन की ईस्टर्न थिएटर कमांड ने कहा कि वह पनडुब्बी रोधी और समुद्री हमले के अभियानों पर ध्यान केंद्रित करते हुए संयुक्त अभ्यास करेगे। ताइवान के आसपास उसने अपने 100 से अधिक युद्धक विमान तैनात कर दिए हैं। इसके साथ-साथ उसने अपने नई पीढ़ी के हवा में फ्यूल भरने वाले वाईयू-20 विमान को तैनात कर दिया है।  

ताइवान के करीब ड्रैगन की गतिविधियां देखकर संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने चीन से अपने सैन्य अभ्यास को तुरंत बंद करने का आग्रह किया है। चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबाल टाइम्स की ओर से ट्वीट किए गए वीडियो में यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि कैसे चीनी सेना ताइवान के आसपास अपना पैर जमा रही है और सैन्य को अंजाम दे रही है।

सैन्य अभ्यास में नए विमानों को भी उतारा

ताइवान के साथ तनाव के बीच चीन की ओर से जारी किए गए वीडियो का मुख्य एजेंडा चीन की सैन्य ताकत को दिखाना है। युद्धक विमानों से लेकर नई पीढ़ी के विमानों के शामिल किए जाने तक, संयुक्त नाकाबंदे अभ्यास ताइवान के लिए एक चेतावनी जैसा है। ताइवान पर बीजिंग पहले से ही अपना हक होने का दावा करते आ रहा है।चीन का कहना है कि उसने ताइवान के आसपास के छह क्षेत्रों में युद्धक विमानों, नौसेना के जहाजों और मिसाइल हमलों से जुड़े अभ्यास शुरू कर दिए हैं। वे द्वीप के तट से 20 किलोमीटर (12 मील) की दूरी पर स्थित हैं, जो संभावित रूप से ताइवान के जल क्षेत्र का उल्लंघन करते हैं।

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