
नई दिल्ली: चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच जीरो कोविड पॉलिसी के तहत कड़े लॉकडाउन को लेकर लोगों की नाराजगी बनी हुई है औऱ एक दिन पहले कई जगहों पर जमकर प्रदर्शन किया गया था। पाबंदियों के विरोध में लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए आज राजधानी बीजिंग में सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे। बीजिंग में माइनस तापमान के बीच यहां पर बहुत बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई क्योंकि ऑनलाइन मुहिम के जरिए लोगों को एकत्र होने के लिए कहा गया था। भारी सुरक्षा बल की तैनाती के बाद वहां पर अभी फिलहाल शांत बनी हुई है।
वहीं शंघाई, नानजिंग और अन्य शहरों जहां से लोगों को एकत्र होने के लिए ऑनलाइन के माध्यम से लोगों से कहा गया था। दशकों से सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के खिलाफ वीकंड में प्रदर्शन कई शहरों में फैल गया था। लोगों की नाराजगी को कम करने के लिए अधिकारियों की ओर से पाबंदियों में कुछ ढ़ील दी गई,लेकिन सरकार ने कोरोना वायरस के खिलाफ अपनी बेहद सख्त रणनीति से पीछे हटने का कोई संकेत नहीं दिखाया औऱ विशेषज्ञों का मानना है कि जल्द ही वहां पर असंतोष को शांत कर दिया जाएगा।
चेहरा छिपाकर कर रहे प्रदर्शन
हांगकांग में सोमवार को, चीन के करीब 50 छात्रों ने हांगकांग के चीनी यूनिवर्सिटी में मुख्य देश के शहरों में उन लोगों के समर्थन में मोमबत्तियां जलाईं और गाना गया, जिन्होंने उन प्रतिबंधों के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिसके जरिए लाखों लोगों को उनके घरों तक सीमित कर दिया गया है। पिछले कुछ दिनों से कोरोना के लगातार बढ़ते मामले के बाद आज मंगलवार को डेली कोरोना केस की संख्या में थोड़ी गिरावट आई और 38,421 नए मामले दर्ज हुए। और इनमें से 34,860 ऐसे लोग थे, जिनमें कोई लक्षण नहीं दिखा. इससे पहले चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि सोमवार को संक्रमण के 39,452 नए मामले आए, जिनमें 36,304 स्थानीय मामलों में मरीजों में बीमारी के लक्षण नहीं देखे गए।
वहीं सरकार और प्रशासन के सजा से बचने के लिए अपना चेहरा छिपाते हुए छात्रों ने कहा है कि पीसीआर टेस्टिंग नहीं बल्कि आजीदी! और तानाशाही का विरोध करो, गुलाम मत बनो! हांगकांग में इस तरह किया गया प्रदर्शन पिछले एक साल से अधिक समय में यह सबसे बड़ा प्रदर्शन है क्योंकि वहां प्रदर्शन को बुरी तरह से कुचला जाता रहा है।
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