
RBI Repo Rate Cut: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बार फिर लोन लेने वालों को बड़ी राहत दी हैं। RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक के बाद रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती का ऐलान किया है। यानी RBI ने रेपो रेट में 0.25% की कटौती की है। बता दें, अब यह दर 6.25% से घटकर 6% हो गई है।
गौरतलब है कि साल 2025 में यह दूसरी बार है जब RBI ने रेपो रेट में कटौती की है। इससे पहले फरवरी में 0.25 परसेंट की कटौती की थी। यानी उस समय रेपो रेट 6.50 से घटकर 66.25 परसेंट हो गया था।
लोन लेने वालों की मिली राहत
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने लोन लेने वाले को लोगों को राहत देते हुए रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। बता दें. RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की 54वीं बैठक और नए फाइनेंशियल ईयर FY26 की पहली बैठक के बाद RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कटौती का ऐलान किया है। यह कटौती फरवरी 2025 के बाद की गई है।
रेपो रेट में कटौती का ऐलान करते हुए RBI के गवर्नर ने बताया कि इस बार मौद्रिक नीति में कुछ बदलाव किए गए हैं। ताकि आर्थिक गतिविधियों को और भी ज्यादा बढ़ावा मिल सके।
आम आदमी पर कितना होगा असर
RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने आगे बताया कि इस कटौती से अब आरबीआई से सस्ते ब्याज दर पर लोगों को लोन मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगर रेपो रेट कम होगा तो बैंकों को फंड जुटाने में कम खर्च करना पड़ेगा। लेकिन अगर रेपो रेट बढ़ेगा तो बैंकों को फंड जुटाने में ज्यादा खर्च करना पड़ेगा।
RBI के गवर्नर ने बताया कि रेपो रेट कम होने पर लोगों को कम इंटरेस्ट पर होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन आसानी से मिल सकता है। अब जब इंटरेस्ट कम हो जाएगा तो आम आदमी को EMI की ज्यादा टेंशन नहीं होगी।
रेपो रेट क्या होता है?
बता दें, जब हम बैंक से लोन लेते हैं, तो इसके बदलते हम ब्याज देते हैं। तो इसी तरह जब बैंक को पैसों की जरूरत होती है तो बैंक भारतीय रिजर्व बैंक से लोन लेता है। ऐसे में जब बैंक ब्याज का भुगतान करता है, तो उस प्रक्रिया को रेपो रेट कहा जाता है।
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