
Budget 2025:भारत के बजट में पिछले दो दशकों में कई अहम बदलाव हुए हैं। अब एक बार फिर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को संसद में देश का बही-खाता पेश करेंगी। पूरे देश को इस बजट का इंतजार है, क्योंकि यह देश की आर्थिक दिशा और विकास की योजनाओं के बारे में अहम घोषणाएँ करता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बजट को सुबह 11 बजे संसद में पेश करेंगी।
भारत के बजट की इतिहास में कई बदलाव हुए हैं, खासकर मोदी सरकार के दौरान। 2017 से पहले भारतीय रेलवे के लिए अलग से रेल बजट पेश किया जाता था। लेकिन 2017 में मोदी सरकार ने इस परंपरा को समाप्त करने का निर्णय लिया और अब रेल बजट आम बजट के साथ ही पेश किया जाने लगा है।
92साल पुरानी परंपरा को अलविदा
रेल बजट को अलग से पेश करने की परंपरा ब्रिटिश शासन के समय 1924से शुरू हुई थी। स्वतंत्रता के बाद भी यह परंपरा जारी रही। आमतौर पर रेल बजट, आम बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता था। लेकिन मोदी सरकार के आने के बाद, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2016में यह निर्णय लिया कि रेल बजट को अब आम बजट में मिलाकर पेश किया जाएगा। इस बदलाव ने 92साल पुरानी परंपरा को समाप्त कर दिया और एक नई व्यवस्था शुरू की।
नीति आयोग की सलाह से हुआ ये बदलाव
यह बदलाव नीति आयोग की सलाह पर किया गया था। नीति आयोग ने लंबे समय से चली आ रही इस परंपरा को खत्म करने का सुझाव दिया था। इसके बाद, विभिन्न सरकारी अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ चर्चा के बाद, यह निर्णय लिया गया कि रेलवे बजट को आम बजट में शामिल किया जाए।
अब आम बजट और रेल बजट एक साथ पेश किए जाते हैं, जो भारतीय रेल की योजनाओं और आम बजट की घोषणाओं को एक साथ प्रस्तुत करते हैं।
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