UK: कौन है ऋषि सुनक, पंजाब से है गहरा नाता

UK: कौन है ऋषि सुनक, पंजाब से है गहरा नाता

नई दिल्ली: ब्रिटेन में पीएम पद की पहले चरण की वोटिंग हो चुकी है और इस पहली चरण की वोटिंग में ऋषि सुनक सबसे आगे चल रहे है। लेकिन क्या आपको पता है कि ऋषि सुनक का भारत ये एक गहरा नाता है। सुनक का जन्म ब्रिटेन के हैम्पशायर में हुआ था। ऋषि ने अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से MBA किया है। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राजनीति, दर्शन और अर्थशास्त्र की पढ़ाई की। राजनीति में आने से पहले ऋषि ने इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैश और हेज फंड में काम किया। ऋषि सुनक ब्रिटेन के नागरिक हैं। जिन्होंन देश के वित्त मंत्री का पद संभाला है। वहीं ऋषि सुनक के पेरेंट्स पंजाब के रहने वाले थे, जो विदेश में जाकर बस गए। इनके पिता का नाम यशवीर सुनक और माता का नाम उषा सुनक है।

हैंपशायर में जन्मे 39 वर्षीय सुनक वर्ष 2015 से रिचमंड (यॉर्कशायर) के सांसद हैं। उन्होंने ब्रिटेन के निजी विद्यालय विंचेस्टर कॉलेज में स्कूली पढ़ाई की। सुनक पिछले साल रिचमंड (यॉर्क्स) सीट से दूसरी बार सांसद चुने गए थे। इससे पहले 2018 में उन्हें ब्रिटेन का आवास मंत्री बनाया गया था। सुनक इंफोसिस के सह संस्थापक और दिग्गज कारोबारी नारायण मूर्ति के दामाद हैं। सुनक (42) ने फरवरी 2020 में उस समय इतिहास रच दिया था, जब बोरिस जॉनसन ने उन्हें देश का वित्त मंत्री नियुक्त किया था।

इससे पहले इस साल जनवरी में ब्रिटेन के एक प्रमुख सट्टेबाज ने भी ये भविष्यवाणी की थी कि बोरिस जॉनसन जल्द ही इस्तीफा दे सकते हैं और उनकी जगह ऋषि सुनक नए प्रधानमंत्री बन सकते हैं। ऋषि सुनक की पढ़ाई और करियर भारतीय मूल के ऋषि का जन्म ब्रिटेन के साउथैम्पटन में हुआ था। उन्होंने ब्रिटेन के विंचेस्टर कॉलेज से राजनीति विज्ञान की पढ़ाई की। इसके बाद उनका दाखिला ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में हुआ, जहां उन्होंने फिलोसॉफी और इकॉनोमिक्स की पढ़ाई की। वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में फुलब्राइट स्कॉलर थे, जहां से उन्होंने एमबीए किया था। ऋषि सुनक ने ग्रैजुएशन के बाद गोल्डमैन सैक्स के साथ काम किया था और बाद में हेज फंड फर्म्स में पार्टनर बन गए थे।

ऋषि ने राजनीति में प्रवेश करने से पहले एक अरब पाउंड की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट कंपनी की स्थापना की थी। यह कंपनी ब्रिटेन के छोटे कारोबारों में निवेश में मददगार थी। वहीं राजनीति में प्रवेश यॉर्कशर के रिचमंड से सांसद ऋषि सुनक 2015 में पहली बार संसद पहुंचे थे। उस समय ब्रेग्जिट का समर्थन करने के चलते पार्टी में उनका कद लगातार बढ़ता चला गया। उनके संसदीय क्षेत्र में यूरोपियन यूनियन (ईयू) छोड़ने के पक्ष में 55 फीसदी लोगों ने मतदान किया था। उन्हें हमेशा से कंजरवेटिव पार्टी के एक उभरते सितारे के रूप में देखा गया। पार्टी के कई बड़े नेता गाहे-बगाहे उनकी प्रशंसा भी करते रहे हैं।

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