BRICS: पाकिस्तान के प्यारे दोस्त ने दिया धोखा, BRICS में दिया भारत का साथ

BRICS: पाकिस्तान के प्यारे दोस्त ने दिया धोखा, BRICS में दिया भारत का साथ

नई दिल्लीपाकिस्तान के दिन इस समय कुछ खास अच्छे नहीं चल रहे हैं। कभी भारत की बराबरी का ख्वाब देखने वाला यह मुल्क अब कंगाल हो चुका है।वहीं भारतएक चतुर कूटनीतिक कदम में, भारत ने पिछले शुक्रवार को ब्रिक्स प्लस कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रवेश को रोकने के लिए चीन के साथ काम किया। पाकिस्तान ने एक आश्चर्यजनक कदम में, अल्जीरिया, अर्जेंटीना, कंबोडिया, मिस्र, इथियोपिया, फिजी, इंडोनेशिया, ईरान, कजाकिस्तान, सेनेगल, उज्बेकिस्तान, मलेशिया और थाईलैंड सहित उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए ब्रिक्स आउटरीच कार्यक्रम में प्रवेश करने का प्रयास किया।

हालाँकि, भारत इस्लामाबाद को अवरुद्ध करने के लिए तेजी से आगे बढ़ा। 2022 के लिए ब्रिक्स अध्यक्ष के रूप में, चीन ने कथित तौर पर भारत के लिए सहमति व्यक्त की, और ब्रिक्स आउटरीच कार्यक्रम में अपने "सभी मौसम सहयोगी" के प्रवेश को रोक दिया।जिसे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया था। भारत की स्थिति को रूस, ईटी द्वारा भी समर्थित किया गया था।

PM मोदी ने BRICS के कार्यक्रम को किया था संबोधित

BRICS के कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संबोधित किया था। चीन ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया जब भारत के राजदूत ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से BRICS सम्‍मेलन से ठीक पहले मुलाकात की थी। इस मुलाकात में द्विपक्षीय और अंतरराष्‍ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की गई थी। खास बात यह है कि मुलाकात के बाद जारी बयान में वांग यी ने यूरोप के वर्चस्ववाद को चुनौती देते हुए दिए गए विदेश मंत्री जयशंकर के बयान की खुलकर तारीफ की थी।

बुरी तरह बौखला गया था पाकिस्तान

अपनी कोशिश के नाकाम होने पर पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया था। उसने सोमवार को आरोप लगाया कि ब्रिक्स के ‘एक सदस्य’ ने BRICS के इतर आयोजित एक डिजिटल बैठक में उसकी भागीदारी को रोक दिया था। विदेश कार्यालय ने कहा था कि BRICS के शिखर सम्मेलन के इतर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें कई विकासशील/उभरती अर्थव्यवस्थाओं को आमंत्रित किया गया। उसने अपने बयान में किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच संबंधों के इतिहास को देखते हुए वह परोक्ष रूप से भारत की ओर इशारा कर रहा था।

कश्मीर में G20 की बैठक होने से रोकेगा पाकिस्तान

इस बीच, सोमवार को मीडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान जी-20 ग्रुप से संपर्क कर भारत को कश्मीर में किसी भी कार्यक्रम या बैठक को आयोजित करने से रोकने की कोशिश करेगा। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान अपनी चिंताओं को व्यक्त करने के लिए खासतौर से चीन, तुर्की और सऊदी अरब जैसे देशों से संपर्क करेगा। रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान इस मसले पर अमेरिका, ब्रिटेन और जी20 के अन्य सदस्यों से भी बात करेगा।

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