
CM Nistish Kumar Son Nishant: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीते 20 सालों से बिहार की कमान संभाले हुए हैं लेकिन अब उनका राजनीतिक जीवन अंतिम पड़ाव पर है। कई लोगों का मानना है कि सीएम नीतीश कुमार का ये अंतिम चुनाव हो सकता है। हालांकि, जदयू बोल रही है वह अभी नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। इसी बीच सीएम नीतीश के बेटे निशांत को लेकर चर्चाएं गर्म है। बताया जा रहा है निशांत ही नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी होंगे।
पटना में जनता दल यूनाइटेड के ऑफिस के बाहर 10 जुलाई को एक पोस्टर लगाया गया। जिसमें मांग की गई कि निशांत को बिहार विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए। जदयू कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाने की मांग की है।
जदयू कार्यकर्ताओं की चाह क्या?
अब पार्टी कार्यकर्ताओं की इस पहल ने अचानक बिहार की सियासत को गरमा दिया है। जदयू के कई नेताओं का लगता है कि निशांत कुमार के JDU की बागडोर संभालने से पार्टी में नई पीढ़ी की शुरुआत हो सकती है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि कार्यकर्ताओं के इस कदम के पीछे युवाओं में बढ़ती नेतृत्व की शुरुआत हो सकती है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि कार्यकर्ताओं के इस कदम के पीछे युवाओं में बढ़ती नेतृत्व की चाह और आगामी चुनाव को लेकर उत्साह है।
निशांत की राजनीति से दूरी
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत ने अब तक सार्वजनिक तौर पर राजनीति में आने की बात कभी नहीं कही है। वह अपने नीजि जीवन में व्यस्त रहते हैं। फिलहाल इन पोस्टरों ने बिहार की राजनीति में उत्सुकता जरूर बढ़ा दी है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि खुद निशांत कुमार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मांग पर क्या रुख अपनाते हैं। अगर निशांत राजनीति में कदम रखते हैं तो बिहार की सियासी तस्वीर बदल सकती है।
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