
America's big disclosure about spy balloon: चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। दरअसल कुछ दिनों पहले चीन ने अमेरिका में अपनी जासूसी गुब्बारे भेजे थे जिन्हें अमेरिका ने अटलांटिक महासागर में निशाना बनाकर गिरा दिया थे, जिसपर चीन की प्रतिक्रिया भी सामने आई थी। उसके बाद अमेरिका ने इन जासूस गुब्बारों की कुछ जानकारी भारत से साझा भी की थी। वहीं अब अमेरिकी सरकार के वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से इसको लेकर बड़ा खुलासा किया गया है।
अमेरिका का बड़ा खुलासा
दरअसल अमेरिकी अधिकारियों का बताया कि चीनी गुब्बारा इलेक्ट्रोनिक सर्विलांस तकनीक से लैस था और अमेरिका के कम्यूनिकेशंस की मॉनिटरिंग कर रहा था। वह जानते हैं कि चीन का यह गुब्बारा हमारी निगरानी कर रहा था। दावा किया जा रहा है कि जिस गुब्बारे के निशाना बनाया गया, वह चीन की सेना द्वारा बनाया गया था और इसे सर्विलांस के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। गुब्बारे में कई एंटीना भी थे। फिलहाल अटलांटिक महासागर में गुब्बारे के मलबे को इकट्ठा करने के लिए ऑपरेशन चल रहा है।
भारत को साझा की थी चीनी गुब्बारे की जानकारी
इससे पहले अमेरिका ने चीन के गुब्बारो को लेकर कुछ जानकारी साझा की थी जिसमें अमेरिका ने चीनी निगरानी गुब्बारे की खोज के बारे में भारत सहित अपने दोस्तों और सहयोगियों को जानकारी दी है। राज्य की उप सचिव वेंडी शर्मन ने सोमवार को यहां करीब 40 दूतावासों के अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा है कि PLA(People's Liberation Army) वायु सेना द्वारा संचालित इन निगरानी हवाई गुब्बारो को पांच महाद्वीपों में देखा गया है। वहीं एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी के हवाले से कहा गया है, "ये गुब्बारे PLA(People's Liberation Army) के गुब्बारों के बेड़े का हिस्सा हैं, जिन्हें निगरानी अभियान चलाने के लिए विकसित किया गया है, जिसने अन्य देशों की संप्रभुता का भी उल्लंघन किया है।"
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